नरेंद्र श्रीवास्तव,
- डीएमएफ राशि को नहीं होने देंगे बर्बाद: गणेश दुर्गा
- घोटालो का दूसरा नाम है भाजपा, “वन मन्दिर” के नाम से नया पाप करने की थी तैयारी
- पार्क निर्माण जैसे स्थलों में घोटालों करने के बजाए ग्रामीणों को मूलभूत सुविधाएं पहुँचाने में ध्यान दे प्रशासन
दंतेवाड़ा। भाजपा शासन के सत्ता में आते ही भ्रष्टाचार का खेल फिर से शुरू हो गया है। सत्ता को आए साल भर नही हुआ और डीएमएफ की राशि में बंदरबाट का खेल शुरू हो गया है। वन विभाग द्वारा बनाए जा रहे हर्बल गार्डन को देश का पहला “वन मन्दिर” बताया जा रहा है। लेकिन इसी मंदिर के नाम पर वन विभाग के अधिकारी बड़े भ्रष्टाचार को अंजाम देने से भी बाज नहीं आ रहे। जिले में डीएमएफ की राशि का इस तरह बंदरबाँट किया जा रहा है कि आसानी से उपलब्ध होने वाले पौधों को भी दस गुना अधिक दर में खरीद कर मनमाफिक राशि निकाली जा रही है।इस मामले को लेकर आज युवा कांग्रेस जिलाध्यक्ष गणेश दुर्गा के नेतृत्व में युवा कांग्रेस की टीम ने एक अनोखा प्रदर्शन किया। जिलाध्यक्ष गणेश ने बताया कि कैसे डीएमएफ की राशि को बर्बाद किया जा रहा है। जिले के पैसों का इस तरह बंदरबाँट रोकने के लिए युवा कांग्रेस की टीम आज अपने साथ “वन मन्दिर” में लगने वाले तुलसी, गेंदा और आवला के पौधे साथ लेकर पहुँची ताकि वन विभाग को यह पौधे निःशुल्क प्रदान किए जाए। ताकि भविष्य में उन्हें महंगे दामों में पौधे ना खरीदना पड़े। वन विभाग का भांडा फूटने के बाद विभाग का कोई कर्मचारी हमसे पौधे लेने गेट तक नही पहुंचा और हमारे पहुंचने से पहले ही वहाँ ताला जड़ दिया गया। जिलाध्यक्ष गणेश दुर्गा ने वन विभाग के डिप्टी रेंजर को फोन पर सूचना भी दी कि युवा कांग्रेसीयों द्वारा पेड़ दान करने का कार्यक्रम रखा गया हैं पर उन्हें कोई संतोषजनक जवाब नही मिला। मौके पर खड़े हो युवा कांग्रेस के साथियों ने नाराबाजी भी की पर वन विभाग के कान में जूं तक नही रेंगी। युंका जिलाध्यक्ष गणेश दुर्गा ने वन विभाग पर नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि अगर डीएमएफ राशि का यह बंदरबाँट बंद नही किया गया तो आगे उग्र आंदोलन किया जाएगा और वन मंत्री का पुतला दहन किया जाएगा। इस दौरान नगर उपाध्यक्ष वरुण तामो, लअरुण सोनानी, अंकित गावड़े, वसीम खान, राकेश सोनानी, राजकुमार नाग, अर्जुन ताती, पी राहुल, पंकज भारद्वाज, उमेश सिलावट, वैभव मालेकर, अंकुर वासुदेव, अन्यकार्यकर्ता मौजूद थे।