रायपुर। IAS सुबोध सिंह केंद्रीय प्रतिनियुक्ति से वापस लौटकर आने पर उन्हें मुख्यमंत्री का प्रमुख सचिव बनाया गया है। 1997 बैच के IAS सुबोध सिंह पांच साल केंद्र में रहने के बाद छत्तीसगढ़ लौटे हैं। डीओपीटी ने उन्हें रिलिव किया और रिलिविंग आर्डर में यह उल्लेख है कि राज्य सरकार के अनुरोध पर केंद्र ने उन्हें रिलिव करने का निर्णय लिया है। परिणाम देने वाले आईएएस में से एक माने जाते हैं। वहीं, उनकी वापसी की बात की जाए तो मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने गृहमंत्री अमित शाह से आग्रह कर उन्हें वापस बुलाया हैं।
सुबोध सिंह सामान्य परिवार से आते हैं। उत्तर प्रदेश के कानपुर के रहने वाले सुबोध के पिता प्रायमरी स्कूल में शिक्षक थे। 1997 में जब वे यूपीएससी की परीक्षा दिलाकर IAS चुने गए तो उनके गांव के आसपास के युवाओं उनसे काफी प्रभावित हुए। उन युवाओं में इतना जुनून था कि सुबोध सिंह को अपना आदर्श मानते हुए आधे दर्जन से अधिक युवाओं ने यूपीएससी क्रैक की और IAS बन गए।
2005 में उन्हें रायपुर का कलेक्टर बनाया गया। फिर वे बिलासपुर के कलेक्टर बने, बिलासपुर के बाद फिर से रायपुर के कलेक्टर बनाए गए। रायपुर और बिलासपुर में सिटी बस सेवा का संचालन शुरू करने श्रेय उन्हें जाता है। इसके बाद उन्हें हाउसिंग बोर्ड का कमिश्नर बनाया गया। तत्कालीन मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने 2009 में उन्हें अपने सचिवालय बुला लिया जहां वे करीब आठ साल रहे। इस बीच सीएम सचिवालय के कामकाज को तकनीकी से जोड़ने से लेकर जनदर्शन के सिस्टम को पारदर्शी बनाने का श्रेय उन्हें जाता है।