लोक गायिका मैथिली ठाकुर की आवाज़ ने बिखेरा जादू, गाया छत्तीसगढ़ का राज गीत, संगीत प्रेमियों और राज्य के लोगों में दिखा उत्साह
छत्तीसगढ़ की माटी की खुशबू से सराबोर राज्य गीत “अरपा पैरी के धार” जब प्रसिद्ध लोक गायिका मैथिली ठाकुर की मधुर आवाज में गूंजा, तो पूरे प्रदेश में उत्साह और गर्व की लहर दौड़ गई। मैथिली ठाकुर, जो अपनी लोक संगीत शैली और सुरों की मिठास के लिए जानी जाती हैं, ने इस गीत को अपनी सुरीली आवाज में प्रस्तुत कर छत्तीसगढ़ की सांस्कृतिक धरोहर को एक नई ऊंचाई दी।
यह गीत न केवल छत्तीसगढ़ की परंपरा और संस्कृति का प्रतीक है, बल्कि इसकी धुन हर छत्तीसगढ़िया के दिल को छू जाती है। मैथिली ठाकुर के इस संगीतमय समर्पण पर संगीत प्रेमियों और राज्य के लोगों ने उत्साहपूर्वक प्रतिक्रिया दी। सोशल मीडिया पर भी यह प्रस्तुति तेजी से वायरल हो रही है, और लोग गर्व से इसे साझा कर रहे हैं।
छत्तीसगढ़ सरकार और सांस्कृतिक प्रेमियों ने मैथिली ठाकुर (Singer Maithili Thakur) के इस प्रयास की सराहना की और इसे राज्य की लोक संस्कृति के प्रचार-प्रसार के लिए एक महत्वपूर्ण कदम बताया।