छत्तीसगढ़ में अजय चंद्राकर ने “झीरम हत्याकांड” में हाईकोर्ट के फैसले को लेकर सरकार पर साधा निशाना, बोले- ‘सीएम और मंत्री लखमा दे इस्तीफा’
रायपुर। प्रदेश में बीते दिनों हाईकोर्ट ने NIA की याचिका को खारिज कर दिया था। जिसके बाद कांग्रेस और भाजपा की तरफ से अब इस मामले में प्रतिक्रिया आनी शुरू हो चुकी है। दरअसल, हाईकोर्ट ने राज्य सरकार को जांच के लिए स्वतंत्र करार दे दिया है। कांग्रेस ने इस फैसले का स्वागत किया है तो वही हाईकोर्ट के इस फैसले को लेकर पूर्व मंत्री और भाजपा विधायक अजय चंद्राकर ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और मंत्री कवासी लखमा से इस्तीफा मांगा है।
झीरम हत्याकांड का षड्यंत्र सामने आने का मार्ग प्रशस्त होगा – कांग्रेस
हाइकोर्ट के फैसले के बाद झीरम हत्याकांड का षड्यंत्र सामने आने का मार्ग प्रशस्त होगा। कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि, राज्य में कांग्रेस की सरकार बनने के बाद झीरम का सच सामने लाने तथा दोषियों को सजा दिलवाने के लिए एसआईटी का गठन किया गया था। भारतीय जनता पार्टी एसआईटी के गठन के बाद से ही घबरा गई थी। उसने झीरम की जांच रोकने के लिए तमाम षड्यंत्र किया। भाजपा की केंद्र सरकार एनआईए से झीरम की फाइल एसआईटी को नहीं देने दे रही थी। माननीय उच्च न्यायालय के फैसले के बाद झीरम के पीड़ित परिवारों में भी न्याय की आस जगी है।
ट्विटर पर भाजपा विधायक अजय चंद्राकर ने सरकार पर साधा निशाना
भाजपा विधायक अजय चंद्राकर ने ट्वीट कर झीरम कांड पर हाईकोर्ट के फैसले का स्वागत करते हुए सवाल किया कि राज्य की एजेंसी जांच के दौरान क्या मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और मंत्री कवासी लखमा से पूछताछ कर पाएगी। एजेंसी अपना काम बिना किसी दबाव के जांच कर पाए इसके लिए उन्होंने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और मंत्री कवासी लखमा से इस्तीफा मांगा है।