
रायपुर। छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव भूपेश बघेल के निवास पर प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने आज तड़के छापेमारी की। इस कार्रवाई के तहत भिलाई स्थित उनके आवास समेत प्रदेशभर में कुल 14 ठिकानों पर जांच जारी है। बताया जा रहा है कि ईडी की अलग-अलग टीमें रायपुर, भिलाई सहित अन्य जिलों में भी छापेमारी कर रही हैं और महत्वपूर्ण दस्तावेजों की जांच की जा रही है।
इस बड़ी कार्रवाई पर मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने भी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा, “पिछली सरकार के पांच साल के कार्यकाल में तरह-तरह के घोटाले हुए, जिसकी जांच केंद्रीय एजेंसियां कर रही हैं। कई लोग जेल में भी हैं। ईडी एक सेंट्रल एजेंसी है और इससे हमारा कोई लेना-देना नहीं है।”
भूपेश बघेल ने बताया ‘षड्यंत्र’
ईडी की इस कार्रवाई पर भूपेश बघेल ने तीखी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने इसे एक राजनीतिक साजिश करार देते हुए कहा, “सात वर्षों से चले आ रहे झूठे केस को अदालत ने जब बर्खास्त कर दिया, तो अब ईडी के अधिकारी मेरे घर पहुंचे हैं। अगर इस षड्यंत्र से कोई पंजाब में कांग्रेस को रोकने की कोशिश कर रहा है, तो यह उनकी गलतफहमी है।”
किस मामले में हो रही है जांच?
सूत्रों के मुताबिक, ईडी की यह छापेमारी मनी लॉन्ड्रिंग और आर्थिक अनियमितताओं से जुड़े मामलों में की जा रही है। हालांकि, अब तक यह स्पष्ट नहीं हुआ है कि यह जांच किस विशेष मामले को लेकर हो रही है। बताया जा रहा है कि शराब घोटाला, कोयला घोटाला और महादेव सट्टा ऐप मामले में भूपेश बघेल का नाम सामने आया था, जिसके बाद से वे ईडी के रडार पर थे।
ईडी की इस कार्रवाई के बाद प्रदेश में राजनीतिक हलचल तेज हो गई है। कांग्रेस नेताओं ने इसे बदले की राजनीति करार दिया है, जबकि भाजपा इसे भ्रष्टाचार के खिलाफ जरूरी कदम बता रही है।