
बिलासपुर। बिलासपुर के सिविल लाइन थाना क्षेत्र स्थित यूनिटी अस्पताल पर इलाज में गंभीर लापरवाही का आरोप लगा है। नर्सिंग छात्रा किरण वर्मा की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई, जिसके बाद परिजनों ने अस्पताल प्रशासन पर लापरवाही के आरोप लगाए हैं। इस मामले में बड़ी गड़बड़ी सामने आई है, जहां अस्पताल के रिकॉर्ड में भर्ती की तारीख 27 फरवरी 2025 दर्ज की गई, जबकि असल में किरण को 7 मार्च को भर्ती किया गया था। इस अनियमितता से अस्पताल की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े हो गए हैं। वहीं, जिला चिकित्सा विभाग ने मामले की जांच के लिए टीम का गठन किया है, जो इस लापरवाही की पूरी जांच कर अपनी रिपोर्ट सौंपेंगी।
मुंगेली जिले के सिलदहा गांव की रहने वाली किरण वर्मा शासकीय नर्सिंग कॉलेज लगरा बिलासपुर में बीएससी नर्सिंग तृतीय वर्ष की छात्रा थीं। परिजनों का आरोप है कि यूनिटी अस्पताल में इलाज के दौरान लापरवाही बरती गई, जिसके चलते किरण की मौत हो गई। इस मामले में अस्पताल प्रबंधन की भूमिका पर सवाल उठे हैं, क्योंकि भर्ती की तारीख में गड़बड़ी की गई है। यह आशंका जताई जा रही है कि मरीजों के रिकॉर्ड में हेरफेर कर लापरवाही छिपाने की कोशिश की गई है। मामले की गंभीरता को देखते हुए सदस्यीय जांच समिति गठित की है, जो पूरे मामले की जांच कर आगे की कार्रवाई के लिए रिपोर्ट सौंपेगी।
4 सदस्यीय टीम कर रही जांच
इधर, जिला चिकित्सा अधिकारी प्रमोद तिवारी ने भी चार सदस्यीय टीम का गठन कर जांच शुरू कर दी है। इस टीम में स्त्री रोग विशेषज्ञ, एनेस्थीसिया विशेषज्ञ, नाक-कान-गला रोग विशेषज्ञ और नर्सिंग होम एक्ट की निगरानी करने वाले अधिकारी शामिल हैं। यूनिटी अस्पताल के प्रबंधन से पूछताछ की जा चुकी है, लेकिन लापरवाही के स्पष्ट संकेत मिलने के बाद अब जांच तेज कर दी गई है। जिला चिकित्सा अधिकारी ने बताया कि संभवतः आज शाम तक जांच रिपोर्ट आ जाएगी, जिसके बाद दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।