
बता दें, भारत सरकार के आवासन और शहरी कार्य मंत्रालय ने जल ही अमृत 2.0 योजना के तहत जल के कुशल पुनः उपयोग को बढ़ावा देने के लिए “जल ही जीवन” कार्यक्रम शुरू किया है। इस योजना के तहत छत्तीसगढ़ में संचालित 11 एसटीपी (सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट) के लिए कुल 11.38 करोड़ रुपए की प्रोत्साहन राशि की पहली किश्त 20 मार्च 2025 को जारी की गई।
रायपुर नगर निगम द्वारा निर्मित 4 एसटीपी के लिए कुल 8.75 करोड़ रुपए की प्रोत्साहन राशि मंजूर की गई है, जिसमें से पहली किश्त के रूप में 6.13 करोड़ रुपए जारी किए गए हैं। इस उपलब्धि के साथ रायपुर 4-स्टार रेटिंग प्राप्त करने वाला छत्तीसगढ़ का पहला शहर बन गया है।
रायपुर के एसटीपी और उनकी क्षमता
ग्राम भाठागांव– 6 एमएलडी क्षमता (₹5.83 करोड़ की लागत)
ग्राम निमोरा– 90 एमएलडी क्षमता
ग्राम कारा– 35 एमएलडी क्षमता
ग्राम चंदनीडीह– 75 एमएलडी क्षमता
तीनों एसटीपी (निमोरा, कारा और चंदनीडीह) की कुल लागत 235 करोड़ रही। इन सभी प्लांटों का निरंतर संचालन हो रहा है और उनकी गुणवत्ता की जांच भारत सरकार द्वारा थर्ड-पार्टी ऑडिट से कराई गई।
4-स्टार रेटिंग और भविष्य की योजनाएं
ग्राम भाठागांव के एसटीपी को 3-स्टार रेटिंग मिली। निमोरा, कारा और चंदनीडीह के एसटीपी को 4-स्टार रेटिंग प्राप्त हुई।