म्यांमार में भूकंप से भारी तबाही, अब तक 694 लोगों की मौत, भारत ने बढ़ाया मदद का हाथ

नई दिल्लीः भारत के पड़ोसी देश म्यांमार में शुक्रवार को भयानक भूकंप ने जमकर तबाही मचाई। भूकंप की तीव्रता 7.7 थी, जोकि काफी तेज था। इन झटकों से कई बिल्डिंग ढह गईं और लोग दहशत में आ गए। इस भयानक भूकंप में अब तक 694 लोगों की मौत हो गई है। वहीं 1,670 से ज्यादा लोग घायल हुए है। इसकी वजह से छह क्षेत्रों और राज्यों में आपातकाल की घोषणा कर दी है। दावा है कि मृतकों की संख्या और भी बढ़ सकती है। इधर में एक बार फिर अपनी मित्रता धर्म निभाते हुए 15 टन राहत सामग्री भेजी है।
बता दें कि मुख्य भूकंप के बाद शुक्रवार को स्थानीय समयानुसार रात 11:56 बजे म्यांमार में 4.2 तीव्रता का झटका आया। नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी (एनसीएस) ने पुष्टि की कि झटका 10 किमी की गहराई पर आया, जिससे आगे के झटकों की संभावना बढ़ गई है। म्यांमार में सबसे ज्यादा नुकसान मांडले शहर में हुआ। यहां करीब 15 लाख की आबादी है। अभी भी यहां पर बचाव कार्य जारी है। म्यांमार में भूकंप के बाद राहत अभियान शुरू किया जा चुका है। संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने घोषणा की कि संयुक्त राष्ट्र जरूरतमंद लोगों की सहायता के लिए दक्षिण पूर्व एशिया में जुट रहा है, राहत के लिए 5 मिलियन डॉलर आवंटित किए गए हैं। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि उन्होंने म्यांमार में अधिकारियों से बात की है और पुष्टि की है कि उनका प्रशासन देश को सहायता देगा। म्यांमार की सरकार ने सबसे अधिक प्रभावित क्षेत्रों में बल्ड की उच्च मांग की सूचना दी है।
भूकंप से धार्मिक स्थलों को पहुंचा नुकसान
म्यांमार के दूसरे सबसे बड़े शहर और भूकंप के केंद्र के करीब स्थित मांडले में पूर्व शाही महल और इमारतों का कुछ हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया। हालांकि, यह शहर भूकंप संभावित क्षेत्र में है, यहां सामान्यतः आबादी कम है, तथा अधिकांश घर कम ऊंचाई वाले हैं। म्यांमार की राजधानी नेपीता में भूकंप से धार्मिक स्थलों को नुकसान पहुंचा, उनके कुछ हिस्से ढह गए और कुछ घर भी क्षतिग्रस्त हुए हैं। चीनी मीडिया की खबरों के मुताबिक, भूकंप का झटका चीन के युन्नान और सिचुआन प्रांतों में भी महसूस किया गया तथा म्यांमार की सीमा पर स्थित रुइली शहर में कई मकान क्षतिग्रस्त हो गए और कई लोग घायल हुए हैं।
भारत ने बढ़ाया मदद के लिए हाथ
ऐसे मुश्किल के समय में पड़ोसी देश की मदद करने के लिए भारत ने भी कदम उठाया है। भारत ने भी म्यांमार की तरफ मदद का हाथ बढ़ाया है। भारत म्यांमार को टेंट, स्लीपिंग बैग, खाना, स्वच्छता किट और आवश्यक दवाओं सहित 15 टन से अधिक राहत सामग्री भेजेगा। सहायता वायु सेना स्टेशन हिंडन से भारतीय वायु सेना के सी-130जे विमान के जरिए यह मदद देश तक पहुंचाई जाएगी।
