गर्मी के बढ़ते प्रकोप के बीच लू से बचाव के लिए एडवाइजरी जारी, रखें ये सावधानियां

गर्मी ने दस्तक दे दी है और इसके साथ ही बीमारियों का खतरा भी बढ़ गया है. सूरज की तपिश केवल बाहर ही नहीं, बल्कि आपके शरीर के अंदर भी असर डाल रही है. हर साल हजारों लोग डिहाइड्रेशन, लू लगने और फूड पॉइजनिंग की चपेट में आते हैं. अगर आप भी गर्मी में बिना सोचे-समझे खान-पान कर रहे हैं या ज्यादा समय धूप में बिता रहे हैं, तो सावधान हो जाइए!
डिहाइड्रेशन: पानी की कमी आपको अस्पताल पहुंचा सकती है
क्या आपको दिनभर सिर दर्द, थकान और चक्कर जैसा महसूस होता है? हो सकता है कि आपका शरीर पानी की कमी से जूझ रहा हो. गर्मी में पसीने के जरिए शरीर से जरूरी मिनरल्स और पानी निकल जाता है, जिससे डिहाइड्रेशन हो सकता है.
कैसे बचें?
- दिन में कम से कम 8-10 गिलास पानी पिएं.
- बाहर निकलने से पहले नींबू पानी या छाछ लें.
- कैफीन और एल्कोहल से बचें, ये शरीर में पानी की कमी बढ़ाते हैं.
लू लगना: तेज धूप आपको बेहोश कर सकती है!
तेज गर्मी में बिना सिर ढके बाहर जाने से शरीर का तापमान असंतुलित हो जाता है. इससे लू लग सकती है, जिसके लक्षण हैं—बेहोशी, सिर दर्द, उल्टी और तेज बुखार.
कैसे बचें?
- दोपहर 12 से 3 बजे के बीच बाहर जाने से बचें.
- अगर जरूरी हो, तो सिर और शरीर को ढककर निकलें.
- अधिक गर्मी लगे तो तुरंत नारियल पानी या ठंडा शरबत पिएं.
फूड पॉइजनिंग: बाहर का खाना बन सकता है जहर
गर्मी में कटे फल, स्ट्रीट फूड या बासी खाना खाने से बैक्टीरिया तेजी से पनपते हैं, जिससे फूड पॉइजनिंग का खतरा बढ़ जाता है. पेट दर्द, उल्टी और दस्त इसके मुख्य लक्षण हैं.
कैसे बचें?
- सड़क किनारे कटे फल और खुले में रखे खाने से बचें.
- घर का ताजा बना खाना खाएं और बासी खाने को फेंक दें.
- खाने से पहले हाथ धोना ना भूलें.
गर्मी से बचना आपके हाथ में है! अगर आपको कमजोरी महसूस हो, लगातार उल्टी-दस्त हो रहे हों या चक्कर आ रहे हों, तो इसे नजरअंदाज न करें और तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें. इस बार की गर्मी को स्वस्थ और सुरक्षित बनाएं!