
बता दें कि लापता कर्मचारी गोपाल दास ने यह सुसाइड नोट अपने परिजनों और स्टाफ कर्मियों को व्हाट्सएप पर भेजा था। इसमें उन्होंने साफ लिखा कि “मेरी मौत के लिए सिर्फ और सिर्फ दो महिला कर्मचारी जिम्मेदार होंगी।” इस संदेश के बाद जब परिजनों ने उनसे संपर्क करने की कोशिश की, तो उनका मोबाइल स्विच ऑफ मिला।
घबराए परिजनों ने तुरंत गांव से आकर CSEB चौकी पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई। परिजनों का कहना है कि गोपाल दास मानसिक तनाव में थे, लेकिन उन्होंने इतना बड़ा कदम उठा लिया होगा, यह किसी को अंदाजा नहीं था। पुलिस और परिजन युवक की तलाश में जुटे हुए हैं, लेकिन अब तक कोई सुराग हाथ नहीं लगा है।
सुसाइड नोट की हो रही पड़ताल-
पुलिस अब सुसाइड नोट की सत्यता की जांच कर रही है और यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि गोपाल दास किन परिस्थितियों से गुजर रहे थे। इसके साथ ही, जिन दो महिला कर्मियों पर आरोप लगाए गए हैं, उनसे भी पूछताछ की जा सकती है। गोपाल दास के परिजन और सहकर्मी बेहद चिंतित हैं और उनकी सुरक्षा को लेकर आशंकित हैं। परिजनों ने पुलिस से जल्द से जल्द उनकी खोजबीन तेज करने की मांग की है।