
रायपुर। राजधानी रायपुर समेत देश के कई इलाकों में आज शाम चांद दिखने की शरई तसदीक के बाद कल यानी सोमवार 31 मार्च 2025 देशभर में ईद मनाए जाने का ऐलान कर दिया गया है। ईद से पहले बाजारों में काफी चहल-पहल देखी जा रही है। वहीं, रविवार को नवरात्र शुरू होने से मंदिरों में भी काफी भीड़ देखी गई। दोनों त्योहारों को देखते हुए देशभर में पुलिस ने सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए हैं।
ईद की तारीख कैसे तय होती है?
इस्लामी कैलेंडर चांद पर आधारित होता है, इसलिए ईद-उल-फितर की तारीख हर साल बदलती रहती है। यह त्योहार शव्वाल महीने की पहली तारीख को मनाया जाता है, जो रमजान के खत्म होने का ऐलान करता है।
ईद की तारीख तय करने का सबसे अहम तरीका है चांद का दीदार। अगर रमजान के 29वें दिन चांद नजर आ जाता है, तो अगले दिन ईद होती है। लेकिन अगर चांद नहीं दिखता, तो रमजान 30 दिनों का पूरा होता है और उसके बाद ईद मनाई जाती है। क्योंकि चांद के दिखने का समय और स्थिति हर देश में अलग-अलग होती है, इसलिए दुनिया के अलग-अलग हिस्सों में ईद अलग दिनों में भी हो सकती है। कई इस्लामी देश चांद देखने के लिए आधिकारिक समितियां बनाते हैं, जो वैज्ञानिक और धार्मिक आधार पर निर्णय लेती हैं। कुछ जगहों पर लोग सऊदी अरब की घोषणा के आधार पर भी ईद मनाते हैं। इसलिए ईद की सही तारीख का फैसला चांद के दीदार के बाद ही किया जाता है।