
बिलासपुर। तेज रफ्तार और लापरवाह ड्राइविंग ने एक बार फिर एक होनहार जवान की ज़िंदगी छीन ली। बिलासपुर पुलिस लाइन में पदस्थ आरक्षक राम नारायण शनिवार रात ड्यूटी से छुट्टी के बाद बाइक से अपने गांव मरवाही जा रहे थे, तभी सेंदरी के पास एक अज्ञात तेज रफ्तार वाहन ने उनकी बाइक को जोरदार टक्कर मार दी।
हादसा इतना भयानक था कि राम नारायण के सिर में गंभीर चोट आई और पेट फट जाने से उनकी अंतड़ियां बाहर आ गईं। राहगीरों ने तत्काल डायल 112 को सूचना दी, जिसके बाद पुलिस सहायता टीम ने उन्हें गंभीर हालत में सिम्स अस्पताल पहुंचाया, लेकिन इलाज के दौरान उन्होंने दम तोड़ दिया।
यह हादसा सिर्फ एक जवान की मौत नहीं, बल्कि सड़कों पर बेलगाम रफ्तार और लापरवाही के खिलाफ उठता एक सवाल है। हाईवे हो या शहर की सड़कें, नियमों की अनदेखी और ट्रैफिक नियंत्रण की कमी के चलते ऐसे हादसे आम हो गए हैं। राम नारायण की मौत ने एक बार फिर यह साबित कर दिया कि एक क्षण की असावधानी किसी का पूरा संसार उजाड़ सकती है।
घटना के बाद टक्कर मारने वाला वाहन मौके से फरार हो गया और अब तक उसकी पहचान नहीं हो पाई है। रविवार सुबह जैसे ही खबर परिजनों और पुलिस महकमे तक पहुंची, सिम्स मर्च्युरी में शोक की लहर दौड़ गई। वरिष्ठ पुलिस अधिकारी, साथी और परिजन मौजूद रहे। फिलहाल पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कर मामला जांच में लिया है और अज्ञात वाहन की तलाश तेज कर दी है।