
अभनपुर। रायपुर वन विभाग ने अभनपुर क्षेत्र में एक अहम कार्रवाई करते हुए अवैध रूप से संग्रहित प्रतिबंधित अर्जुन लकड़ी का बड़ा जखीरा बरामद किया है। यह कार्रवाई मंगलवार को वन मंडलाधिकारी लोकनाथ पटेल और संयुक्त डीएफओ विश्वनाथ मुखर्जी के नेतृत्व में की गई।
सूचना मिलने पर टीम ने रमेश चंद्र शुक्ला के स्वामित्व वाली आमनेर के आरा मिल पर छापा मारा, जहाँ पर भारी मात्रा में अर्जुन लकड़ी अवैध रूप से रखी हुई पाई गई। मौके से लकड़ियों को जब्त कर लिया गया है और मिल को तत्काल प्रभाव से सील कर दिया गया है।
खबरों के मुताबिक छापेमार कार्यवाही के दौरान चर्चा रही कि महाराष्ट्र की लकड़ी की एक टीपी के आढ़ में शुक्ला बंधु अभनपुर, खोरपा आमनेर सहित लगभग 6 आरा मिलों में खुलेआम अभनपुर से अवैध अर्जुन लकड़ियां काट कर काला कारोबार कर रहे हैं। मिली सूत्रों से जानकारी के अनुसार मिल एसोसिएशन की बैठक में रेंजर तीर्थराज और डिप्टी रेंजर की मौजूदगी में महाराष्ट्र की लकड़ी को लेकर अवैध कारनामा करने की साजिश की गई है।
जवाबदार ‘सिंघम’ टीम की सराहनीय कार्रवाई
इस कार्रवाई में ‘सिंघम’ उड़नदस्ता टीम के प्रभारी दीपक तिवारी की अगुवाई में वन विभाग के अधिकारी और कर्मचारी मौजूद रहे। टीम में अभनपुर वन क्षेत्रपाल श्रीमती इसेबल खेश, बीएफओ वसीम, दुष्यंत, अमृतपाल सिंह, बीएफओ कुरे, बीएफओ बंजारे, बीएफओ रात्री के साथ विशेष सहयोगी रिंकू और यशपाल ने अहम भूमिका निभाई।
वन संपदा की सुरक्षा के लिए संदेश
वन मंडलाधिकारी श्री पटेल ने कहा कि “अवैध लकड़ी व्यापार पर रोक लगाने के लिए विभाग पूरी सख्ती से काम कर रहा है। किसी भी कीमत पर वन संपदा से खिलवाड़ बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।” उन्होंने इस सफल कार्रवाई के लिए टीम को बधाई दी और भविष्य में भी इसी तरह की सतर्कता बनाए रखने की बात कही।
छत्तीसगढ़ में अवैध कटाई और लकड़ी तस्करी पर लगाम लगाने की दिशा में यह एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।