
रायपुर। शिक्षा के अधिकार अधिनियम (RTE Act) के तहत सत्र 2025-26 में विद्यालयों में हुए प्रवेश को लेकर गंभीर अनियमितताओं का मामला सामने आया है। ग्राम नरदहा स्थित नॉलेज विलेज के ग्राम प्रमुख अनिल टंडन ने रायपुर कलेक्टर को एक पत्र लिखकर आरोप लगाया है कि कुछ अभिभावकों ने फर्जी किराया नामों एवं निवास प्रमाण-पत्रों के आधार पर अपने बच्चों का आरटीई के तहत गलत तरीके से चयन करवा लिया है।
अनिल टंडन का कहना है कि इस प्रक्रिया के चलते नॉलेज विलेज एवं आसपास के वास्तविक पात्र एवं आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग (EWS) के अनेक बच्चों को उनके अधिकार से वंचित कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि इस प्रकार की अनुचित प्रवृत्ति न केवल कानून का उल्लंघन है, बल्कि समाज के वंचित वर्गों के साथ अन्याय भी है।
ग्राम प्रमुख ने कलेक्टर से चार प्रमुख मांगें की हैं:
1. चयन सूची में शामिल सभी आवेदनों की सत्यता की जांच की जाए।
2. जिन आवेदनों में फर्जी दस्तावेज़ पाए जाएं, उन्हें निरस्त किया जाए।
3. दोषी व्यक्तियों के विरुद्ध विधिसम्मत कार्रवाई की जाए।
4. स्थानीय पात्र बच्चों को विद्यालयों में प्रवेश का अवसर दिया जाए।
इसके साथ ही संदेहास्पद आवेदनों की सूची एवं अन्य दस्तावेज़ भी शिकायत के साथ संलग्न किए गए हैं। अनिल टंडन ने प्रशासन से शीघ्र और न्यायोचित कार्रवाई की अपील की है।