
फर्जी पहचान बनाकर सालों से रह रहीं दो बांग्लादेशी महिलाएं गिरफ्तार, स्पा-सेंटर और कॉल सेंटर में कर चुकी हैं काम….
दुर्ग। जिले में अवैध रूप से रह रहे बांग्लादेशी और रोहिंग्या घुसपैठियों के खिलाफ कार्रवाई तेज कर दी गई है। इसी कड़ी में दुर्ग पुलिस ने मोहन नगर थाना क्षेत्र के जयंती नगर स्थित एक मकान में छापा मारकर दो बांग्लादेशी महिलाओं – सपना शर्मा उर्फ सपना मंडल और रानी पासवान उर्फ खुशबू को गिरफ्तार किया है।
दोनों महिलाओं ने भारतीय पहचान छुपाकर स्पा और कॉल सेंटरों में काम किया था। उनके पास से आधार कार्ड, पेन कार्ड, वोटर आईडी और बैंक पासबुक सहित कई फर्जी दस्तावेज बरामद हुए हैं। जांच में सामने आया कि सपना शर्मा का असली नाम सनाया नूर है, जो बांग्लादेश के दिनाजपुर जिले के जोरहाट की रहने वाली है और करीब 15 साल पहले अवैध रूप से भारत आई थी।
सनाया नूर ने खुद को भारतीय साबित करने के लिए 2019 में अभय शर्मा को पति बताकर फर्जी पहचान पत्र बनवाए थे। वहीं, दूसरी महिला रानी पासवान का असली नाम खुशबू बेगम है, जो जेर मोहम्मद की बेटी है और उसी जिले की मूल निवासी है।
एसटीएफ की पूछताछ में सामने आया कि दोनों महिलाएं बांग्लादेशी नंबरों से लगातार संपर्क में थीं। पुलिस ने दोनों के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता की धाराओं 318(4), 319(2), 336(3), 3(5) बीएनएस, विदेशी विषयक अधिनियम 1946 की धारा 14, पासपोर्ट अधिनियम 1967 की धारा 12 और धारा 3 के तहत मामला दर्ज कर जेल भेज दिया है। पुलिस अब उन व्यक्तियों की तलाश में है, जिन्होंने इन महिलाओं को फर्जी दस्तावेज बनाने में सहयोग किया।