
पैसा दोगुना करने का लालच देकर जालसाज ने करोड़ों रुपये डकारे, एक आरोपी गिरफ्तार, तीन फरार…
भिलाई। भिलाई के वैशाली नगर थाना पुलिस ने एक बड़ी ठगी का पर्दाफाश करते हुए ट्रेडिंग कंपनी के नाम पर रकम दोगुनी करने का लालच देकर 1.30 करोड़ की धोखाधड़ी करने वाले गिरोह के एक सदस्य को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी निखिल चंद्राकार को प्रगति नगर उतई से पकड़ा गया है। गिरोह के अन्य तीन सदस्य अभी फरार हैं, जिनकी तलाश में पुलिस दबिश दे रही है।
पुराने परिचित ने फंसाया प्रॉपर्टी डीलर को
कोहका निवासी ज्ञान प्रकाश साहू (37) ने वैशाली नगर थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि उसे पुराने परिचित उत्तम कुमार साहू, निखिल चंद्राकार, पवन साहनी और उमेश पटेल ने 2019 में इंफीनाक्स कैपिटल नामक ट्रेडिंग कंपनी में इन्वेस्ट कर रकम दोगुनी करने का झांसा दिया। आरोपियों ने EUR, USD, GBP/ USD और गोल्ड (XAU) जैसी करेंसी में ट्रेडिंग कर हर महीने 10-20% मुनाफे का दावा किया था।
KYC लिंक भेजकर मांगे पैसे, फिर खाते में जमा कराए
शुरुआत में KYC लिंक भेजकर विश्वास दिलाया गया और बाद में कहा गया कि रकम डॉलर में जमा करनी होगी। इंकार करने पर आरोपियों ने खुद के खातों में पैसे ट्रांसफर कराने को कहा। इस पर ज्ञान प्रकाश ने HDFC खाते से विभिन्न खातों में 1.19 करोड़ रुपये ट्रांसफर किए और 5 लाख रुपये नकद दिए। निखिल के खाते में 58.27 लाख, पवन के खाते में 27.15 लाख और उमेश को 8 लाख नकद दिए गए।
2.50 करोड़ का निवेश, केवल 1.22 करोड़ वापस
कुल मिलाकर प्रॉपर्टी डीलर से 2.50 करोड़ रुपये वसूले गए, लेकिन उसे केवल 1.22 करोड़ रुपये ही किस्तों में लौटाए गए। शेष 1.30 करोड़ की जब वापसी मांगी गई, तो आरोपियों ने नए ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म “रोजो ट्रेड FX लिमिटेड” में निवेश करने का लालच दिया।
इकरारनामे के बाद भी रकम नहीं लौटाई
27 जुलाई 2023 को एक लिखित इकरारनामा तैयार किया गया, जिसमें चारों आरोपियों ने रकम वापस करने की बात मानी। इसके बावजूद रकम नहीं लौटाई गई।
एक आरोपी गिरफ्तार, तीन फरार
पुलिस ने चारों के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज कर एक आरोपी निखिल चंद्राकार को गिरफ्तार कर लिया है। बाकी आरोपी उत्तम कुमार साहू, पवन साहनी और उमेश पटेल की तलाश जारी है। आरोपी ने पूछताछ में जुर्म स्वीकार कर लिया है।
एएसपी पद्मश्री तंवर ने बताया कि यह साइबर-फ्रॉड और आर्थिक अपराधों का गंभीर मामला है। आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए लगातार दबिश दी जा रही है। पुलिस निवेशकों से भी अपील कर रही है कि ऐसे फर्जी कंपनियों से सतर्क रहें और बिना जांच-परख के इन्वेस्ट न करें।