
नाबालिग ने बाथरूम में बच्चे को दिया जन्म! टॉयलेट में फेंकने से मौत…पूरा मामला….
दंतेवाड़ा। जिले के कटेकल्याण सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में एक मानवता को शर्मसार करने वाली घटना सामने आई है। एक 16-17 वर्षीय नाबालिग छात्रा, जो कक्षा 7वीं में पढ़ती है, ने अस्पताल के बाथरूम में एक नवजात शिशु को जन्म दिया और उसे लोकलाज के डर से टॉयलेट सीट में फेंक दिया, जिससे बच्चे की मौत हो गई। इस घटना ने न केवल स्थानीय प्रशासन और पुलिस को सकते में डाल दिया, बल्कि आदिवासी छात्राओं की सुरक्षा और आवासीय विद्यालयों की व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
बता दें कि नाबालिग छात्रा दंतेवाड़ा के एक छात्रावास में रहकर पढ़ाई कर रही थी। ग्रीष्म अवकाश के दौरान वह अपने घर गई थी। इस दौरान उसे सांस लेने में तकलीफ और स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं हुईं, जिसके चलते परिजनों ने उसे कटेकल्याण सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया। अस्पताल में भर्ती होने के कुछ देर बाद छात्रा बाथरूम गई, जहां उसने एक नवजात शिशु को जन्म दिया। इसके बाद उसने बच्चे को टॉयलेट सीट में फेंक दिया, जिससे नवजात की मौत हो गई।
घटना की सूचना मिलते ही दंतेवाड़ा पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। पुलिस ने नवजात के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा है और नाबालिग छात्रा से पूछताछ की जा रही है। पुलिस यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि नाबालिग छात्रा गर्भवती कैसे हुई और क्या इसके पीछे कोई आपराधिक घटना या लापरवाही शामिल है।