
ऐन बोनी के वक्त किसानों को सोसायटी से खाद नहीं मिल रहा, व्यापारियों के पास उपलब्ध, सी एम को ज्ञापन
रायपुर। मानसून आने की खबरों के बीच खंडवृष्टि वाले इलाकों में किसानों ने धान बोनी शुरू कर दी है पर सोसायटियों में सामयिक खाद उपलब्ध नहीं है जिसके चलते किसान परेशान हैं और सोसायटियों का चक्कर काट रहे हैं जहां से भी उन्हें कोई संतोषजनक जवाब नहीं मिल रहा। इधर सोसायटियों में खाद की कमी है तो दूसरी ओर व्यापारियों के पास उपलब्ध खाद अधिक कीमतों पर खरीदने किसान मजबूर हैं।
अकेले मंदिर हसौद, आरंग व चंदखुरी सहकारी बैंक शाखा के अधीनस्थ आने वाले 30 सोसायटियों के अधीनस्थ 125 ग्रामों के किसानों की मांग को पूरा करने इन समितियों को लगभग 3 हजार टन सामयिक खाद की आवश्यकता है। कमोबेश पूरे प्रदेश में यही हालात होने की जानकारी देते हुये किसान संघर्ष समिति के संयोजक भूपेंद्र शर्मा ने मुख्यमंत्री विष्णु देव साय को ज्ञापन भेज अविलंब सोसायटियों में खाद भंडारण की सुनिश्चित व्यवस्था कराने की मांग की है ।
केन्द्रीय सहकारी बैंक रायपुर के अधीनस्थ आने वाले इन शाखाओं के किसानों से मिल रही शिकायत की पुष्टि के बाद श्री साय को मेल से प्रेषित ज्ञापन में जानकारी दी गयी है कि धान बोनी के समय किसानों द्वारा डी ए पी खाद खेतों में डाला जाता है।
वैश्विक कारणों के चलते इस कृषि सत्र में डी ए पी की अनुपलब्धता को देखते हुये शासन ने वैकल्पिक खाद का उपयोग करने का आग्रह किसानों से किया था व वैकल्पिक खाद के रूप में एन पी के अग्रिम खाद उठाव योजना के तहत मांग के मुकाबले कम मात्रा में सोसायटियों को उपलब्ध कराया गया था जो खाद भी अब सोसायटियों में नहीं है।
डी ए पी का वैकल्पिक खाद अविलंब सोसायटियों में भंडारण कराने का आग्रह करते हुये जानकारी दी गयी है कि फिलहाल किसानों को यूरिया खाद की जरूरत नहीं है पर निकट भविष्य में इसकी जरूरत पड़ने वाली है और इसका भी सोसायटियों में मांग के अनुरूप भंडारण सुनिश्चित किया जाना आवश्यक है। यूरिया खाद प्रदाय करने वाले एक कंपनी द्वारा सालिड यूरिया के बदले लिक्विड यूरिया का उठाव करने की कहीं कहीं दबाव बनाये जाने की कथित शिकायत की भी पुष्टि कर किसानों के मांग के अनुरूप यूरिया खाद उपलब्ध कराने का भी आग्रह ज्ञापन में किया गया है।