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100 रुपये से कम में निवेश! जानिए धन बढ़ाने का आसान और सही तरीका

100 रुपये से कम में निवेश! जानिए धन बढ़ाने का आसान और सही तरीका

नई दिल्ली। आज के समय में निवेश करना हर किसी के लिए जरूरी हो गया है, लेकिन कई लोग सोचते हैं कि इसके लिए बड़ी रकम चाहिए। अच्छी खबर यह है कि आप सिर्फ 100 रुपये से भी कम में निवेश शुरू कर सकते हैं। सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान (SIP) के जरिए म्यूचुअल फंड में छोटी रकम से निवेश शुरू करना आसान और प्रभावी है। आइए जानते हैं SIP में निवेश का सही तरीका और इसके फायदे।

SIP क्या है?

SIP यानी सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान, म्यूचुअल फंड में निवेश का एक तरीका है, जिसमें आप हर महीने या नियमित अंतराल पर एक निश्चित राशि निवेश करते हैं। कुछ म्यूचुअल फंड कंपनियां अब 100 रुपये से भी कम, जैसे 50 रुपये की मासिक SIP शुरू करने की सुविधा दे रही हैं। यह छोटे निवेशकों, खासकर पहली बार निवेश करने वालों के लिए वरदान है।

100 रुपये से कम में SIP कैसे शुरू करें?
सही म्यूचुअल फंड चुनें

इक्विटी फंड्स (लंबी अवधि के लिए, 10-15% रिटर्न संभव), डेट फंड्स (कम जोखिम), या हाइब्रिड फंड्स (बैलेंस्ड विकल्प) में से अपनी जरूरत और जोखिम क्षमता के हिसाब से फंड चुनें। फंड का पिछला प्रदर्शन, फंड मैनेजर की विशेषज्ञता, और एक्सपेंस रेशियो (कम हो तो बेहतर) जांचें।

ऑनलाइन प्लेटफॉर्म का उपयोग करें

Groww, Zerodha Coin, Paytm Money जैसे डिजिटल प्लेटफॉर्म्स पर आसानी से SIP शुरू कर सकते हैं।
> इन ऐप्स पर KYC प्रक्रिया पूरी करें (आधार, पैन, बैंक खाता जरूरी)।
> कई प्लेटफॉर्म्स न्यूनतम 50 रुपये से SIP शुरू करने की सुविधा देते हैं।

निवेश राशि और अवधि तय करें
50 या 100 रुपये से शुरू करें। लंबी अवधि (5-7 साल या अधिक) में निवेश करने से रिटर्न बेहतर मिलता है। स्टेप-अप SIP का विकल्प चुनें, जिसमें आप हर साल निवेश राशि बढ़ा सकते हैं।

नियमित निवेश बनाए रखें
SIP की खूबी है कि यह अनुशासित निवेश को बढ़ावा देता है। बाजार में उतार-चढ़ाव के बावजूद निवेश जारी रखें। बाजार गिरने पर ज्यादा यूनिट्स मिलती हैं, जिससे लंबे समय में फायदा होता है।

SIP के फायदे

कम निवेश, बड़ा रिटर्न: 50 रुपये की मासिक SIP भी लंबे समय में कंपाउंडिंग के जरिए बड़ा फंड बना सकती है। उदाहरण के लिए, 50 रुपये की SIP 12% रिटर्न के साथ 20 साल में करीब 50,000 रुपये तक पहुंच सकती है।

रुपए कॉस्ट एवरेजिंग: बाजार के उतार-चढ़ाव का जोखिम कम होता है, क्योंकि आप अलग-अलग कीमतों पर यूनिट्स खरीदते हैं।

वित्तीय अनुशासन: नियमित निवेश से बचत की आदत पड़ती है।

नए निवेशकों के लिए आसान: कम राशि के कारण जोखिम कम लगता है, जिससे लोग बिना डर के निवेश शुरू करते हैं।

निवेश में सावधानियां

जोखिम को समझें: इक्विटी SIP में बाजार से जुड़ा जोखिम होता है। अल्पकालिक गिरावट से घबराएं नहीं, लंबी अवधि तक निवेश करें।

विश्वसनीय फंड चुनें: SEBI-पंजीकृत म्यूचुअल फंड्स और प्लेटफॉर्म्स का ही उपयोग करें।

निवेश सलाह लें: अगर आप नए हैं, तो किसी वित्तीय सलाहकार से सलाह लें।

अतिरिक्त शुल्क जांचें: कुछ फंड्स में एग्जिट लोड या हाई एक्सपेंस रेशियो हो सकता है।

SIP राशि में बदलाव

हाल ही में कई म्यूचुअल फंड कंपनियों ने न्यूनतम SIP राशि को 100 रुपये से कम कर दिया है, ताकि ग्रामीण और निम्न आय वर्ग के लोग भी निवेश शुरू कर सकें। AMFI के आंकड़ों के अनुसार, दिसंबर 2024 में SIP इनफ्लो रिकॉर्ड 26,459 करोड़ रुपये रहा, जो दर्शाता है कि छोटे निवेशकों का भरोसा बढ़ रहा है। Kotak Mahindra MF जैसे फंड हाउस ने 100 रुपये से शुरू होने वाले डेट इंडेक्स फंड लॉन्च किए हैं, जो कम जोखिम चाहने वालों के लिए बेहतर हैं।

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