400 फीट गहरी खाई में गिरी महिला को युवाओं ने 2 दिन बाद निकाला सुरक्षित, 4 किमी पैदल ढोकर पहुंचाया अस्पताल

400 फीट गहरी खाई में गिरी महिला को युवाओं ने 2 दिन बाद निकाला सुरक्षित, 4 किमी पैदल ढोकर पहुंचाया अस्पताल
चिरमिरी। चिरमिरी क्षेत्र के भुकभुकी नाले में 400 फीट गहरी खाई में गिरी एक वृद्ध महिला को स्थानीय युवाओं की टीम ने दो दिन बाद सुरक्षित बाहर निकाल लिया। घायल अवस्था में पड़ी महिला को युवकों ने पैदल 4 किलोमीटर तक ढोकर दुबछोला तक पहुंचाया, फिर निजी वाहन की मदद से खड़गवां अस्पताल लाया गया। महिला की हालत फिलहाल खतरे से बाहर बताई जा रही है।
दो दिन तक पानी पीकर जिंदा रही महिला
जानकारी के अनुसार महिला 7 जुलाई को संभवतः फिसलकर खाई में गिर गई थी। खाई में गिरने के बाद वह दो दिनों तक भूखी-प्यासी पड़ी रही और केवल पानी पीकर अपनी जान बचाई। उसकी हालत बेहद गंभीर थी और वह बोलने में भी असमर्थ हो गई थी।
युवाओं ने दिखाया अद्भुत साहस
9 जुलाई को चिरमिरी के पार्षद राहुल भाई पटेल को क्षेत्र के तीन युवकों – सन्नी, निशांत और मोंटी ने सूचना दी कि एक महिला खाई में गिरी हुई है और मदद के लिए पुकार रही है। जब वे मौके पर पहुंचे तो देखा कि महिला जख्मी हालत में पड़ी है। सभी ने तत्काल रस्सी और लकड़ी की मदद से खाई में उतरकर पहले उसे बिस्कुट खिलाया और फिर उसे सहारा देकर धीरे-धीरे ऊपर लाया।
पार्षद राहुल पटेल ने बताया कि “महिला को खाई से निकालना बेहद चुनौतीपूर्ण था। टीम वर्क के साथ हमने उसे खाई से ऊपर लाकर चार किलोमीटर तक ढोया और फिर वाहन से अस्पताल भेजा।”
महिला की पहचान अभी स्पष्ट नहीं
वृद्धा होश में है, लेकिन वह ठीक से नाम और पता नहीं बता पा रही है। उसने अपना नाम मुन्नी, बेटी का नाम लक्ष्मनिया और बेटे का नाम दुर्गेश बताया है, लेकिन कोई स्थायी पता या ठोस जानकारी नहीं दे पा रही है, जिससे उसके परिजनों का पता नहीं चल सका है। फिलहाल खड़गवां हॉस्पिटल में उसका इलाज जारी है और स्थिति स्थिर बनी हुई है।
लोगों की सराहना
इस साहसी और संवेदनशील कार्य के लिए चिरमिरी के युवाओं की क्षेत्र में सराहना हो रही है। उन्होंने जिस मानवता, समर्पण और साहस का परिचय दिया है, वह समाज के लिए प्रेरणादायक है। स्थानीय प्रशासन भी युवाओं के इस प्रयास की सराहना कर रहा है।