आज सावन के पहले दिन बरसेंगे बादल, कई हिस्सों में भारी बारिश का अलर्ट…

आज सावन के पहले दिन बरसेंगे बादल, कई हिस्सों में भारी बारिश का अलर्ट…
नई दिल्ली। देश में आज यानी शुक्रवार, से सावन महीने की शुरुआत हो गई है। मौसम विभाग ने सावन के पहले दिन दिल्ली में भारी बारिश की अलर्ट जारी किया है। दिल्ली-NCR के कई हिस्सों जैसे- फरीदाबाद, गाजियाबाद, नोएडा और गुरुग्राम में तेज बारिश की संभावना जताई गई है। वहीं देश के अन्य राज्यों पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश के कुछ भागों, पश्चिम मध्य प्रदेश, गुजरात, मध्य महाराष्ट्र, केरल, अंडमान व निकोबार द्वीप समूह और पूर्वोत्तर भारत में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। जबकि, विदर्भ, तटीय कर्नाटक, कोंकण व गोवा, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश और जम्मू-कश्मीर में हल्की से मध्यम बारिश के के साथ एक-दो स्थानों पर भारी वर्षा हो सकती है।
उत्तराखंड का मौसम 11 जुलाई 2025: पिथौरागढ़, बागेश्वर और देहरादून के साथ ही आसपास के क्षेत्रों में आज कहीं-कहीं भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है। इसके साथ ही अन्य जिलों में भी गरज-चमक के साथ तीव्र दौर की बारिश और आकाशीय बिजली चमकने की संभावना है। उत्तराखंड के ज्यादातर क्षेत्रों में भारी बारिश का दौर लोगों के लिए दुश्वारियां खड़ी कर रहा है। नदी नाले उफान पर आने और पर्वतीय इलाकों में भूस्खलन होने के कारण जनजीवन भी प्रभावित हो रहा है।
बिहार में आज कैसा रहेगा मौसम?
मौसम विभाग ने शुक्रवार 11 जुलाई को राजधानी पटना में बारिश के आसार जताए हैं। मौसम विभाग के रिकॉर्ड के मुताबिक, गुरुवार को अरवल, जहानाबाद और भभुआ को छोड़कर प्रदेश के 35 जिलो में हल्के से मध्य स्तर की बारिश हुई। इस दौरान जमुई के चकाई में सबसे अधिक 32.2 मिलीलीटर पानी बरसा। वहीं, भोजपुर, पूर्वी चंपारण और किशनगंज जिले में 46 किलोमीटर प्रति घंटे की स्पीड से हवा चली। प्रदेश के ज्यादातर शहरों में अधिकतम और न्यूतम तापमान में गिरावट आई। राज्य का सबसे अधिक तापमान 35.6 डिग्री वाल्मीकि नगर में और सबसे कम पारा 24.3 डिग्री सेल्सियस बांका में दर्ज किया गया।
हिमाचल में बारिश से बुरा हाल
हिमाचल प्रदेश में हालात बेहद गंभीर हैं। बीते दो हफ्तों में राज्य में 23 फ्लैश फ्लड, 19 बादल फटने और 16 भूस्खलन की घटनाएं हुईं, जिनमें 80 लोगों की जान जा चुकी है। 320 से ज्यादा मकान पूरी तरह तबाह हो गए हैं और सैकड़ों सड़कें बंद हैं, जिनमें मंडी जिला सबसे ज्यादा प्रभावित है। कई जगह बिजली और जल आपूर्ति व्यवस्था पूरी तरह ठप है। राहत और बचाव कार्य जारी है, लेकिन खराब मौसम और मलबे के कारण रेस्क्यू टीमों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।