
छत्तीसगढ़ी सांस्कृतिक लोक कला मंच दूज के चंदा का किया गया पुनर्गठन
आरंग। राष्ट्रीय राज मार्ग समीपस्थ खोमन लाल साहू के बैहार (आरंग) में स्थित निवास में 13 जुलाई रविवार समय दोपहर 2 बजे मीटिंग आहुत किया गया था, लोक कला मंच दूज के चंदा के दिग्गज कलाकारों के उपस्थिति में उक्त संस्था के पुनर्गठन पर चर्चा शिव भजन पारंपरिक गीत, संस्था के रचनात्मक गीतों के प्रस्तुति के बाद किया गया।
ज्ञात हो कि इस संस्था का स्थापना 3 फ़रवरी 1997 महा शिवरात्रि के दिन हुआ था। जिसके पश्चात यह संस्थान सतत् गति से प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों में पंथी, राउत नाचा, कर्मा, पंडवानी, सुवा, सैला, गेंडी, ककसर, छेरछेरा को लोगों के स्मृति पटल में याद ताज़ा रखा। वर्तमान में छत्तीसगढ़ शिल्प कल्याण बोर्ड अध्यक्षा (राज्य मंत्री का दर्जा प्राप्त) मोना सेन इस संस्था की सदस्या रह चुकीं है।
संचालक ठाकुर अपने उद्बोधन में कहा की लोक कला मंच, कलाकारों को अपनी कला का प्रदर्शन करने और अपनी पहचान बनाने के लिए एक मंच प्रदान करता है। तथा यह मंच, लोक कलाओं में प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित करता है, जिससे युवा पीढ़ी को इन कलाओं को सीखने और आगे बढ़ाने में मदद मिलती है।
उक्त कार्यक्रम में इनको मिली यह जिम्मेदारी उद्घोषक एवं संचालक जोगेंदर सिंह ठाकुर, मुख्य गायक श्याम लाल साहू, डॉ. दाऊ लाल साहू, गायिका जया देवांगन, झरना साहू, संगीत खोमन लाल साहू, बांसुरी एवं प्रमुख मार्गदर्शक आचार्य गजेंद्र तिवारी, सलाहकार नारद लाल साहू (पूर्व जनपद सदस्य), तबला : याददास मानिकपुर, नाल/ ढोलक रामबिशाल पैकरा, घुंघरू : भागीरथी साहू ऑक्टोपैड : शीतल यादव, भावपक्ष की जिम्मेदारी पुरुषोत्तम यादव एवं साथियों की रहेंगी ,कार्यक्रम की रूपरेखा डॉ. हेमंत साहू ने तैयार किया। ध्वनि विस्तारक यंत्रों का सहयोग माही टेंट हाउस एवं साउंड सर्विस बैहार का रहा।