रेल यात्रियों के लिए खुशखबरी, आने-जाने का टिकट एक साथ लेने पर मिलेगी 20 परसेंट की छूट…

रेल यात्रियों के लिए खुशखबरी, आने-जाने का टिकट एक साथ लेने पर मिलेगी 20 परसेंट की छूट…
नई दिल्ली। त्योहारों के मौसम में ट्रेनों में भारी भीड़ और टिकट की मारामारी से बचाने के लिए भारतीय रेलवे ने एक नई स्कीम शुरू की है। इसका नाम है राउंड ट्रिप पैकेज फॉर फेस्टिवल रश, इस स्कीम का मकसद है यात्रियों को सस्ती दर पर आने-जाने का टिकट देकर भीड़ को अलग-अलग दिनों में बांटना ताकि यात्रा आरामदायक और सुविधाजनक हो सके।
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने राउंड ट्रिप पैकेज फॉर फेस्टिवल रश स्कीम की जानकारी देते हुए बताया कि अगर आप आने और जाने दोनों का एक साथ टिकट करते हैं तो आपको 20 प्रतिशत की छूट दी जाएगी। इसको लेकर रेल मंंत्रालय ने “राउंड ट्रिप पैकेज” की शुरुआत की है।
किसे मिलेगी इस स्कीम की छूट
छूट सिर्फ उन्हीं यात्रियों को मिलेगी जो आने और जाने का टिकट एक ही नाम और डिटेल्स के साथ बुक करेंगे। दोनों टिकट एक ही क्लास और एक ही स्टेशन जोड़ी (O-D Pair) के होने चाहिए। आने का टिकट: 13 अक्टूबर से 26 अक्टूबर 2025 के बीच की यात्रा के लिए होना चाहिए। जबकि वापसी का टिकट 17 नवंबर से 1 दिसंबर 2025 के बीच की यात्रा के लिए हो।
किन-किन बातों का रखना होगा ध्यान
इस नई स्कीम के मुताबिक आने का टिकट पहले बुक करना होगा और उसके बाद कनेक्टिंग जर्नी फीचर से वापसी का टिकट बुक होगा। वापसी का टिकट बुक करते समय एडवांस रिजर्वेशन पीरियड (ARP) का नियम लागू नहीं होगा।
शर्त ये हैं कि दोनों तरफ के टिकट सिर्फ कन्फर्म होने चाहिए। टिकट में कोई बदलाव (Modification) नहीं किया जा सकेगा। रिफंड की कोई सुविधा नहीं होगी। रिटर्न टिकट बुक करते समय कोई और छूट, वाउचर, पास, PTO या रेल ट्रैवल कूपन लागू नहीं होगा।
किन ट्रेनों में लागू
ये स्कीम सभी क्लास और सभी ट्रेनों में लागू है, जिसमें स्पेशल ट्रेनें (Trains on Demand) भी शामिल हैं। Flexi Fare वाली ट्रेनों में यह सुविधा नहीं होगी. दोनों टिकट एक ही माध्यम से बुक करने होंगे-या तो ऑनलाइन (इंटरनेट) से या फिर रिजर्वेशन काउंटर से कराना होगा। चार्ट बनने के समय अगर किराए में कोई अंतर आता है तो यात्रियों से कोई अतिरिक्त पैसा नहीं लिया जाएगा।
क्या है इस स्कीम के पीछे की वजह
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव का मानना है कि इस ऑफर से त्योहारों के समय यात्रियों की भीड़ अलग-अलग तारीखों में बंट जाएगी। खास ट्रेनों का दोनों तरफ से सही उपयोग होगा और यात्रियों को टिकट आसानी से मिल सकेगा।