
सड़क हादसे के बाद बीजेपी विधायक ने स्वास्थ्य विभाग को ठहराया दोषी, BMO पर कारवाई करने की मांग..
अंबिकापुर। सरगुजा जिले के बतौली खंड चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर संतोष सिंह को सीतापुर विधायक रामकुमार टोप्पो द्वारा निलंबित किए जाने की अनुशंसा का मामला गरमाता जा रहा है। दरअसल पूरे मामले में मोर्चा खोलते हुए बतौली खंड चिकित्सा अधिकारी ने जानकारी दी है कि बीते रविवार को सड़क दुर्घटना में घायल हुए तीन लोगों में एक मासूम सहित कुल दो लोगों की घटनास्थल पर ही मौत हो गई थी और एक अन्य गंभीर रूप से घायल युवक को अंबिकापुर मेडिकल कॉलेज अस्पताल में रेफर किया गया था। इसको लेकर जो बातें की जा रही हैं वह सरासर गलत हैं क्योंकि ड्यूटी पर स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी और कर्मचारी तैनात थे।
वहीं जब इस घटना की जानकारी विधायक रामकुमार टोप्पो को मिली तब उन्होंने स्वास्थ्य विभाग को दोषी ठहराते हुए जेडीएस के ड्राइवर और स्वयं बीएमओ को निलंबित करने की अनुशंसा कर दी। यह सरासर गलत है क्योंकि तीन घायलों में से दो की अस्पताल पहुँचने से पहले ही मौत हो चुकी थी जबकि एक अन्य युवक घायल था जिसे प्राथमिक उपचार दिया गया लेकिन 108 वाहन चालक के अन्यत्र व्यस्त होने के कारण उसे हायर सेंटर रेफर करने में देरी हुई। बीएमओ का आरोप है कि विधायक के सहयोगियों ने जानबूझकर इस मुद्दे को तूल दिया और बीएमओ के साथ अभद्रता करते हुए गाली-गलौज की। साथ ही ड्यूटी पर तैनात जेडीएस के ड्राइवर को विधायक और उनके सहयोगियों द्वारा जबरन पीटे जाने का भी आरोप लगाया गया है।
बीएमओ ने विधायक रामकुमार टोप्पो के व्यवहार पर सवाल खड़ा करते हुए चेतावनी दी है कि यदि उन्हें बिना गलती के निलंबित किया जाता है तो स्वास्थ्यकर्मी स्वास्थ्य सेवाएँ बंद कर आंदोलन में बैठेंगे। उधर जेडीएस के ड्राइवर ने भी खुद विधायक और उनके सहयोगियों पर मारपीट का आरोप लगाते हुए कार्रवाई की मांग की है। पूरे मामले में प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए पूर्व खाद्य मंत्री और कांग्रेस नेता अमरजीत भगत ने भी स्थानीय विधायक रामकुमार टोप्पो के व्यवहार को सभी लोगों के प्रति कड़वा बताते हुए तंज कसते हुए कहा कि सीतापुर के भाजपा विधायक रामकुमार टोप्पो को केवल मुख्य अतिथि और अगुवा बनने के लिए जनता ने विधायक नहीं बनाया है, लेकिन सत्ता का घमंड उनके सिर चढ़कर बोल रहा है। इसलिए उनका व्यवहार न केवल अधिकारी-कर्मचारी बल्कि आम जनता के प्रति भी अनुचित है।
इस पूरे मामले में सीतापुर के भाजपा विधायक रामकुमार टोप्पो ने बतौली खंड चिकित्सा अधिकारी डॉ. संतोष सिंह, जेडीएस ड्राइवर मनोज और पूर्व खाद्य मंत्री अमरजीत भगत के सभी आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए बताया कि अगर स्वास्थ्य के क्षेत्र में लापरवाही होती है, तो परिजनों का गुस्सा फूटना स्वाभाविक है। उन्होंने स्वयं के मौके पर मौजूद होने की बात कही और बताया कि हो सकता है भीड़ ने कुछ टिप्पणियाँ की हों, लेकिन भीड़ का कोई चेहरा नहीं होता। उन्होंने बीएमओ के साथ अभद्रता और जेडीएस ड्राइवर के साथ मारपीट के आरोपों को भी सिरे से नकार दिया। विधायक ने स्पष्ट कहा कि उनके विधानसभा क्षेत्र में यदि कोई लापरवाही होगी तो वे उसे बर्दाश्त नहीं करेंगे और आम जनता के पक्ष में जिम्मेदारों से जवाब माँगेंगे।