
किसानों की मांग पर गंगरेल से सिंचाई पानी छोड़ा गया
रायपुर। मानसून ब्रेक की स्थिति के चलते धान की फसल के लिये सिंचाई पानी की आवश्यकता को देखते हुये किसानों की मांग पर आज मंगलवार से गंगरेल से पानी छोड़ना शुरू कर दिया गया है।
ज्ञातव्य हो कि बीते 10-12 दिनों से बरसात न होने व मानसून ब्रेक की स्थिति के चलते खेतों में पानी की कमी के चलते किसानी कार्य लगभग ठप्पा हो गया था । किसानों की मांग पर बीते दिनों बंगोली सिंचाई उपसंभाग के अंतर्गत आने वाले जल उपभोक्ता संस्थाओं के पूर्व अध्यक्षों ने बैठक आहूत कर गंगरेल का गेट खोलने की मांग करने का निर्णय लिया था और रायपुर जिला जल उपभोक्ता संस्था संघ के अध्यक्ष रहे भूपेंद्र शर्मा के माध्यम से जल संसाधन मंत्री केदार कश्यप को ज्ञापन सौंप संबंधित अधिकारियों का भी ध्यान आकृष्ट कराया था। इधर जहां बलौदाबाजार जल प्रबंध संभाग के अंतर्गत आने वाले सिंचाई उपसंभाग के अधिकारियों ने भी किसानों की मांग से वरिष्ठ अधिकारियों का ध्यान आकृष्ट कराया था वहीं पूर्व जल संसाधन मंत्री धनेन्द्र साहू ने भी गंगरेल से अविलंब पानी छोड़ने की मांग की थी। बीते कल सोमवार को जिला पंचायत सदस्य वतन चंद्राकर व किसान नेता पारसनाथ साहू ने अनुविभागीय अधिकारी आरंग के माध्यम से प्रशासन को ज्ञापन सौंप 12 अगस्त तक गंगरेल से पानी न छोड़ने पर स्वतंत्रता दिवस के दिन आरंग टोल प्लाजा के पास प्रदर्शन की चेतावनी दी थी।
जानकारी अनुसार गंगरेल के कमांड क्षेत्र में आने वाले विधानसभा क्षेत्र कसडोल के प्रतिनिधित्व कर चुके पूर्व विधायक व विधानसभा अध्यक्ष रहे गौरीशंकर अग्रवाल ने भी बीते कल सोमवार को सिंचाई मंत्री से हालात को देखते हुये अविलंब गंगरेल से पानी छोड़ने का आग्रह किया था। सूत्रों के अनुसार आसन्न 15 अगस्त से गंगरेल का गेट खोलने की मंशा प्रशासन की थी पर किसानों व जनप्रतिनिधियों के दबाव के चलते तीन दिन पहले ही गंगरेल का गेट खोल दिया गया। सिंचाई पंचायतों के अध्यक्ष रहे गोविंद चंद्राकर, जिला पंचायत सदस्य वतन चंद्राकर, हिरेश चंद्राकर, प्रहलाद चंद्राकर, थानसिह साहू, धनीराम साहू, भारतेन्दु साहू, मनमोहन गुप्ता, तुलाराम चंद्राकर, चिंताराम वर्मा व योगेश चंद्राकर ने किसानों की मांग पर समयोचित सिंचाई पानी छोड़ने के लिये शासन -प्रशासन का धन्यवाद ज्ञापित किया है।