नवरात्रि की भक्ति में डूबा सलकनपुर धाम, मां कूष्मांडा के जयकारों से गूंजा मार्ग, पवित्र तालाब का विशेष महत्व

नवरात्रि की भक्ति में डूबा सलकनपुर धाम, मां कूष्मांडा के जयकारों से गूंजा मार्ग, पवित्र तालाब का विशेष महत्व
बुधनी। नवरात्रि के चौथे दिन मां कूष्मांडा की भक्ति में सलकनपुर देवीधाम श्रद्धालुओं के उत्साह और आस्था से सराबोर रहा। बुधनी नगर से लेकर सलकनपुर धाम तक भक्तों का हुजूम उमड़ पड़ा। कोई पैदल चलते हुए, डीजे की धुन पर झंडे लहराते हुए ‘जय माता दी’ के जयकारों के साथ मां बिजासन के दरबार की ओर बढ़ रहा था, तो कोई ट्रैक्टर-ट्राली या मोटरसाइकिलों पर सवार होकर धाम की ओर प्रस्थान कर रहा था। रास्ते में जगह-जगह भंडारों का आयोजन किया गया, जहां हजारों श्रद्धालु प्रसाद ग्रहण कर अपनी थकान मिटा रहे थे।
श्रद्धालुओं का मानना है कि सलकनपुर धाम के नीचे स्थित पवित्र तालाब का विशेष महत्व है। इस तालाब में स्नान करने से न केवल थकान दूर होती है, बल्कि मां के दर्शन से पहले भक्तों को नई ऊर्जा प्राप्त होती है। भक्तों का विश्वास है कि इस कुंड में डुबकी लगाने से मां बिजासन उनकी सभी मनोकामनाएं पूर्ण करती हैं। हालांकि, इस तालाब पर करोड़ों रुपये खर्च कर इसका जीर्णोद्धार किया गया था, लेकिन वर्तमान में इसकी स्थिति दयनीय है। तालाब में गंदगी का आलम है, जिससे बीमारियां फैलने का खतरा बना हुआ है।
सलकनपुर धाम पहुंचने वाले मार्ग पर गड्ढों और गिट्टी के कारण पैदल यात्रियों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। उड़ती धूल भक्तों के लिए मुश्किलें बढ़ा रही है। धाम तक पहुंचने के लिए तीन रास्ते उपलब्ध हैं कुछ भक्त सीढ़ियों के रास्ते मां के दरबार पहुंच रहे हैं, तो कुछ ट्रस्ट की वाहन सेवा या रोप-वे का उपयोग कर रहे हैं।
प्रशासन और पुलिस ने श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए पुख्ता इंतजाम किए हैं। एसडीओ रवि शर्मा ने बताया कि नवरात्रि की पंचमी के बाद सलकनपुर धाम में और अधिक भीड़ होने की संभावना है। सलकनपुर धाम में इस समय श्रद्धा, भक्ति और आस्था का अद्भुत संगम देखने को मिल रहा है। मां बिजासन के जयकारों से पूरा क्षेत्र गूंज रहा है, और भक्तों का उत्साह चरम पर है।