
अंबिकापुर। इन दिनों अपराधियों के हौसले बुलंद नजर आ रहे हैं। कोतवाली थाना क्षेत्र के पुराने बस स्टैंड स्थित दुर्गा पंडाल में दर्शन करने आई महिला का सोने का मंगलसूत्र अज्ञात नकाबपोश महिला ने उड़ा लिया। वारदात के बाद पीड़िता बदहवास होकर रोने लगी। त्योहारों के मौसम में बढ़ते अपराधों से लोग दहशत में हैं जबकि पुलिस पर मूकदर्शक बने रहने के आरोप लग रहे हैं।
दुर्गा पंडाल में हुई घटना
नवरात्रि के अवसर पर शहरभर में जगह-जगह दुर्गा पंडालों का आयोजन किया जा रहा है। इसी बीच शनिवार रात अंबिकापुर के पुराने बस स्टैंड स्थित दुर्गा पंडाल में एक महिला मंगलसूत्र स्नैचिंग की शिकार हो गई। गंगापुर निवासी पीड़िता महिला अपने परिजनों के साथ माता रानी के दर्शन करने आई थी। भीड़भाड़ के बीच अचानक एक अज्ञात नकाबपोश महिला ने उसका सोने का मंगलसूत्र खींच लिया और मौके से फरार हो गई।
वारदात के बाद पीड़िता बदहवास
घटना इतनी अचानक हुई कि पीड़िता को संभलने का मौका ही नहीं मिला। मंगलसूत्र गायब होने के बाद महिला बदहवास होकर फूट-फूट कर रोने लगी। आसपास मौजूद लोगों ने उसे ढांढस बंधाया और पुलिस को सूचना दी। लेकिन जब तक पुलिस मौके पर पहुंचती, आरोपी महिला भीड़ में गायब हो चुकी थी।
त्योहारों में अपराधियों के हौसले बुलंद
अंबिकापुर शहर में हाल के दिनों में चोरी, लूट और स्नैचिंग की वारदातें लगातार बढ़ रही हैं। त्योहार के सीजन में जब लोग बड़ी संख्या में पंडालों और बाजारों में पहुंचते हैं, तो अपराधी भीड़ का फायदा उठाकर वारदातों को अंजाम दे रहे हैं। दुर्गा पंडाल में हुई यह घटना पुलिस की गश्त और सुरक्षा इंतजामों की पोल खोल रही है।
स्थानीय लोगों का कहना है कि त्योहारों के दौरान पुलिस प्रशासन को पंडालों और बाजारों में सुरक्षा बढ़ाने की जरूरत है, लेकिन स्थिति इसके विपरीत है। लोग आरोप लगा रहे हैं कि पुलिस केवल दिखावे की गश्त कर रही है और अपराधियों पर लगाम लगाने में नाकाम साबित हो रही है। इस घटना के बाद पुलिस पर “मूकदर्शक” बने रहने के आरोप और तेज हो गए हैं।
जांच में जुटी पुलिस
कोतवाली थाना पुलिस ने घटना की पुष्टि की है। अधिकारियों का कहना है कि मामले की जांच शुरू कर दी गई है और पंडाल के आसपास लगे सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं। पुलिस का दावा है कि आरोपी जल्द ही पकड़ ली जाएगी।त्योहार के अवसर पर दुर्गा पंडाल में हुई स्नैचिंग की घटना से लोगों में दहशत का माहौल है। खासतौर पर महिलाएं असुरक्षित महसूस कर रही हैं। वहीं दूसरी ओर लोगों में आक्रोश भी है कि प्रशासन अपराधियों पर लगाम लगाने में नाकाम है।