त्योहार के सीजन में जमकर बिकता है नकली पनीर, इन तरीकों से करें जांच, वरना खा लेंगे मिलावटी जहर…

त्योहार के सीजन में जमकर बिकता है नकली पनीर, इन तरीकों से करें जांच, वरना खा लेंगे मिलावटी जहर…
नई दिल्ली। दिवाली, दशहरा और छठ जैसे त्योहारों का सीजन शुरू होते ही किचन में पनीर की डिशेज का बोलबाला हो जाता है। शाही पनीर, मटर पनीर या पनीर टिक्का हर घर और रेस्टोरेंट में ये व्यंजन छाए रहते हैं। लेकिन सावधान! फेस्टिवल की बढ़ती डिमांड में मिलावटखोर सक्रिय हो जाते हैं। हाल ही में फूड सेफ्टी एंड स्टैंडर्ड्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया (FSSAI) की रेड्स में खुलासा हुआ कि बाजार के 70-80% खुले पनीर नकली या मिलावटी हैं। इसमें यूरिया, डिटर्जेंट, स्टार्च और यहां तक कि प्लास्टिक जैसे खतरनाक केमिकल मिलाए जा रहे हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि यह ‘साइलेंट पॉइजन’ पाचन तंत्र बिगाड़ने से लेकर कैंसर तक का खतरा बढ़ा सकता है। आइए जानते हैं, कैसे पहचानें असली पनीर और त्योहारों में सेहत को सुरक्षित रखें।
पनीर क्यों है ‘सुपरफूड’, लेकिन मिलावट ने बना दिया ‘खतरा’-
पनीर वेजिटेरियंस का प्रोटीन पावरहाउस है। 100 ग्राम असली पनीर में 18-25 ग्राम प्रोटीन, कैल्शियम, जिंक और विटामिन B12 भरपूर होता है, जो हड्डियां मजबूत करता है, इम्यूनिटी बढ़ाता है और मसल्स बिल्ड करता है। FSSAI के अनुसार, एक औसत भारतीय को रोज 50-60 ग्राम प्रोटीन चाहिए, जिसमें पनीर 30-40% योगदान दे सकता है। लेकिन त्योहारों में डिमांड दोगुनी हो जाती है, शादियों, पार्टियों में टनों पनीर बिकता है। यही मौका मिलावटखोरों को मिलता है।
पिछले महीने उत्तर प्रदेश, दिल्ली और महाराष्ट्र में FSSAI की छापेमारी में 200 से ज्यादा दुकानों से सैंपल लिए गए। रिपोर्ट चौंकाने वाली- 79% खुले पनीर में स्टार्च, 45% में डिटर्जेंट और 30% में यूरिया मिला। डॉ. रितु सिंह, न्यूट्रिशनिस्ट कहती हैं, “मिलावटी पनीर से लिवर-किडनी डैमेज, एलर्जी और बच्चों में ग्रोथ स्टंटिंग हो सकती है। लंबे समय में यह डायबिटीज और हार्ट प्रॉब्लम्स ट्रिगर करता है।” ब्रांडेड पैक्ड पनीर (जैसे अमूल, मदर डेयरी) अपेक्षाकृत सुरक्षित हैं, क्योंकि वैक्यूम पैकिंग और प्रिजर्वेटिव्स बैक्टीरिया रोकते हैं, लेकिन उनकी शेल्फ लाइफ 15 दिन तक होती है। फिर भी, घर पर टेस्ट जरूरी।
असली vs नकली: 8 आसान घरेलू टेस्ट, त्योहार से पहले आजमाएं-
नकली पनीर पहचानना आसान है। FSSAI और होम एक्सपर्ट्स के बताए तरीके अपनाएं:
टच टेस्ट: असली पनीर उंगली से दबाने पर मुलायम और लचीला लगता है, टूटता नहीं। नकली रबर जैसा सख्त या चिपचिपा होता है।
आयोडीन टेस्ट: टुकड़े पर आयोडीन टिंचर डालें। स्टार्च मिला हो तो नीला-काला हो जाएगा; असली में हल्का पीला रंग रहेगा। (स्टार्च से पेट दर्द और सूजन होती है।)
गर्म पानी टेस्ट: गर्म पानी में डालें। असली दानेदार होकर अलग हो जाएगा; नकली पिघलकर रबड़ जैसा खिंचने लगेगा।
सामान्य पानी टेस्ट: पानी में हिलाएं। डिटर्जेंट मिला हो तो झाग बनेगा; असली में नहीं। (डिटर्जेंट किडनी फेल कर सकता है।)
आग टेस्ट: जलाएं। असली से दूध की महक और राख बनेगी; नकली प्लास्टिक की बदबू छोड़ेगा और पिघलेगा।
फ्रिज टेस्ट: 2 घंटे फ्रिज में रखें। असली सख्त हो जाएगा; नकली मुलायम रहेगा।
स्वाद टेस्ट: चखें—असली दूधिया, हल्का मीठा-खट्टा; नकली बेस्वाद या रासायनिक।
नींबू टेस्ट: रस डालें। असली मटमैला हो जाएगा; नकली पर असर कम।