
छत्तीसगढ़ में अगले 2–3 दिन में रायपुर समेत कई इलाकों से लौटेगा मानसून, विदाई के साथ बढ़ेगी सुबह-शाम की ठंडक…
रायपुर। छत्तीसगढ़ में मानसून की विदाई की उलटी गिनती शुरू हो गई है। मौसम विभाग के अनुसार, अगले दो से तीन दिनों में रायपुर समेत उत्तर और मध्य छत्तीसगढ़ से मानसून की वापसी शुरू हो जाएगी। इस बार मानसून ने राज्य में करीब चार महीने तक सक्रिय रहकर सामान्य से अधिक वर्षा दी है। अब मौसम में धीरे-धीरे बदलाव महसूस किया जा रहा है और उत्तर-पूर्वी ठंडी हवाएं राज्य की ओर रुख करने लगी हैं।
रायपुर, बिलासपुर और सरगुजा में शुष्क मौसम की संभावना
मौसम विभाग ने बताया कि रायपुर, बिलासपुर और सरगुजा संभागों में आने वाले दिनों में मौसम शुष्क होने की संभावना है। इन इलाकों में अब बारिश की गतिविधियां लगभग थमने लगी हैं। हालांकि, दक्षिण छत्तीसगढ़—विशेषकर बस्तर, कांकेर, दंतेवाड़ा और सुकमा जिलों में हल्की से मध्यम बारिश के आसार अभी बने हुए हैं।
दक्षिण छत्तीसगढ़ में अब भी सक्रिय बादल
पिछले 24 घंटे में दक्षिण छत्तीसगढ़ के कुछ हिस्सों में अच्छी बारिश दर्ज की गई। अंतागढ़ में 100 मिमी, मैनपुर में 70 मिमी और लोहंडीगुडा में 60 मिमी वर्षा हुई। मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि बंगाल की खाड़ी में बने कम दबाव के क्षेत्र के कमजोर होने के बाद धीरे-धीरे मानसून पीछे हटने लगा है। अब यह प्रणाली पूर्वी मध्य भारत से निकलकर पूरी तरह समाप्त होने की दिशा में है।
विदाई के बाद बदलेगा मौसम का मिजाज
मानसून की विदाई के साथ ही उत्तर-पूर्वी हवा का आगमन शुरू हो जाएगा। इससे हवा में नमी घटेगी और सुबह-शाम के तापमान में गिरावट दर्ज होगी। मौसम विशेषज्ञों के अनुसार, अगले एक सप्ताह में न्यूनतम तापमान में 2 से 4 डिग्री की कमी आने की संभावना है। यह बदलाव धीरे-धीरे पूरे राज्य में महसूस किया जाएगा और अक्टूबर के अंतिम सप्ताह तक हल्की ठंडक का असर बढ़ेगा।
रायपुर में आज सुबह से ही आसमान में हल्के बादल छाए रहे। मौसम विभाग ने अनुमान जताया है कि दिन में गरज-चमक के साथ हल्की बौछारें पड़ सकती हैं। अधिकतम तापमान 33 डिग्री और न्यूनतम तापमान 24 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने की संभावना है। वहीं हवा की दिशा दक्षिण-पश्चिम से बदलकर उत्तर-पूर्व की ओर हो रही है, जो मानसून की विदाई का संकेत है।
सामान्य से अधिक बारिश का रहा सीजन
मौसम विज्ञान केंद्र के आंकड़ों के अनुसार, इस वर्ष छत्तीसगढ़ में औसत से लगभग 6% अधिक वर्षा दर्ज की गई। बस्तर और सरगुजा संभाग में सामान्य से अधिक बारिश हुई, जबकि राजनांदगांव, रायपुर और बलौदाबाजार जिलों में औसत के आसपास वर्षा दर्ज की गई। कुल मिलाकर, राज्य में इस बार फसलों के लिए अनुकूल मानसून रहा।