छत्तीसगढ़सरगुजा

अंबिकापुर में सड़क हादसा! गोवर्धन पूजा से लौट रहे संत समाज की गाड़ी पलटी, 12 से ज्यादा घायल…

अंबिकापुर। अंबिकापुर के सरगुजा जिले के मैनपाट मार्ग पर कालीघाट के पास एक दर्दनाक सड़क हादसे ने सभी को झकझोर कर रख दिया। सोमवार देर शाम को हुए इस हादसे में एक पिकअप वाहन अनियंत्रित होकर पलट गया, जिसमें 12 से अधिक लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। घायलों का इलाज स्थानीय अस्पतालों में जारी है, जबकि घटनास्थल पर अफरा-तफरी का माहौल बना रहा।

कैसे हुआ हादसा ?

प्राप्त जानकारी के अनुसार, संत समाज के लोग गोवर्धन पूजा का कार्यक्रम संपन्न कर मैनपाट से लौट रहे थे। इसी दौरान कालीघाट के पास तेज रफ्तार पिकअप अचानक संतुलन खो बैठी और कई पलटी खाकर सड़क किनारे जा गिरी। हादसे की भयावहता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि पिकअप सवार कई लोग वाहन के नीचे दब गए और चीख-पुकार मच गई।

स्थानीय ग्रामीणों ने की मदद

स्थानीय ग्रामीणों और राहगीरों ने तत्काल राहत कार्य शुरू किया और पुलिस को सूचना दी। कुछ ही देर में दरिमा थाना पुलिस मौके पर पहुंची और बचाव कार्य में जुट गई। घायलों को फौरन अंबिकापुर के मेडिकल कॉलेज अस्पताल भेजा गया, जहां कुछ की हालत गंभीर बताई जा रही है।

सांसद चिंतामणि महाराज भी मौके पर पहुंचे

हादसे की सूचना मिलते ही सरगुजा लोकसभा क्षेत्र के सांसद चिंतामणि महाराज स्वयं मौके पर पहुंचे और हालात का जायजा लिया। उन्होंने घायलों से अस्पताल में मुलाकात कर उनकी स्थिति की जानकारी ली और स्वास्थ्य विभाग को हरसंभव मदद के निर्देश दिए। सांसद ने प्रशासन को दोषियों की जिम्मेदारी तय करने और पीड़ितों को उचित सहायता देने के निर्देश भी दिए।

स्थानीय लोगों का कहना है कि इस मार्ग पर सड़क की स्थिति काफी खराब है और मोड़ों पर संकेतक या सुरक्षा उपाय नहीं होने के कारण अक्सर ऐसे हादसे होते हैं। कई बार प्रशासन को इसकी जानकारी दी जा चुकी है, लेकिन सुधार कार्य नहीं हुआ।

जांच में जुटी पुलिस

पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। प्रारंभिक जांच में यह स्पष्ट हुआ है कि वाहन चालक तेज रफ्तार में था और सड़क पर नियंत्रण खो बैठा। हालांकि, यह भी जाँच का विषय है कि क्या वाहन में क्षमता से अधिक लोग सवार थे।

इस हादसे ने गोवर्धन पूजा जैसे शुभ अवसर को मातम में बदल दिया। क्षेत्रीय संत समाज और आम नागरिकों में शोक की लहर है। कई धार्मिक संगठन और सामाजिक कार्यकर्ता घायल संतों की सहायता में जुट गए हैं।

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