
- अदानी पांवर उद्योग के खिलाफ में श्रमिकों का आंदोलन चरम पर
- हजारों की संख्या में श्रमिकों ने खोला मोर्चा
तिल्दा-नेवरा। अदानी पांवर प्लांट के खिलाफ में श्रमिकों का जंग अब चरम सीमा पर है। श्रमिक जहां शांति पूर्वक धरने में बैठे हुए हैं वहीं उद्योग प्रबंधन को नींद से झकझोरने के लिए अनेकों तरकीब अपना रहे हैं। रायपुर जिला तिल्दा – खरोरा क्षेत्र के ग्राम रायखेड़ा मे संचालित अदानी पांवर प्लांट के सैकड़ों श्रमिक चौदह सूत्रिय मांगों को लेकर विगत आठ दिसंबर से प्लांट के समीप धरने पर बैठे हुए हैं ,आंदोलन का पांच दिवस बीत जाने के बावजूद उद्योग प्रबंधन की ओर से कोई सकारात्मक जवाब नहीं आया ,जिसके चलते श्रमिकों ने स्थानीय जनप्रतिनिधियों के समर्थन पर परिवार के साथ सड़क पर उतर आये है, उन्होंने तीन किलोमीटर की लंबी रैली निकालकर उद्योग प्रबंधन को जगाने का प्रयास किया है । आ़दोलनरत मजदुरो का कहना है कि श्रमिक औद्योगिक गाइडलाइंस का पालन करते हुए अपनी जायज मांगों को लेकर उद्योग प्रबंधन से सार्थक पहल की अपेक्षा जताई थी, लेकिन उद्योग प्रबंधन की ओर से 09 महिने तक महज आश्वासन ही मिला, जिससे श्रमिकों ने अपने आप को उपेक्षित महसूस किया है, और वहीं श्रमिकों के सब्र का बांध टूट गया और वे आंदोलन की ओर रूख कर लिया है। पांच दिन से धरना रत श्रमिकों का उद्योग प्रबंधन पर आरोप है ,कि इनके द्वारा औद्योगिक अधिनियम को तार तार करते हुए बाहरी प्रांत के मजदुरो को उद्योग में नियुक्त कर रहे है ,जबकि संबंधित मजदुर आंदोलन पर डटे हुए हैं।
उद्योग प्रबंधन पर मनमानी व अड़ियल रवैया का आरोप लगाते हुए श्रमिकों ने कहा है कि जब तक हमारी जायज मांगों पर उद्योग प्रबंधन विचार नहीं करेगा तब तक यह आंदोलन जारी रहेगा ।



