क्राइम

बॉयफ्रेंड ने कार में की संबंध बनाने की इच्छा जाहिर, कहने पर उतार दिए सारे कपड़े, फिर न्यूड बॉडी के साथ वो किया जो कभी…

डेस्क। रिश्तों, बेवफाई और क्रूरता की एक ऐसी खौफनाक दास्तां सामने आई है जिसने उत्तर प्रदेश और हरियाणा को दहला दिया है। सहारनपुर की रहने वाली उमा की हत्या उसके लिव-इन पार्टनर बिलाल ने न केवल बेरहमी से की बल्कि उसकी पहचान मिटाने के लिए उसका सिर धड़ से अलग कर दिया। पुलिस ने आरोपी बिलाल को उसके निकाह (शादी) वाले दिन गिरफ्तार किया है।

रोमांस के बहाने बिछाया मौत का जाल

बिलाल पेशे से टैक्सी ड्राइवर था और पिछले 2 साल से उमा के साथ लिव-इन में रह रहा था। बिलाल उमा से पीछा छुड़ाना चाहता था क्योंकि उसका निकाह कहीं और तय हो गया था जबकि उमा उस पर शादी का दबाव बना रही थी। 6 दिसंबर को बिलाल उमा को अपनी कार में घुमाने ले गया। करीब 6 घंटे तक उसे इधर-उधर घुमाने के बाद वह हरियाणा-हिमाचल सीमा पर पांवटा साहिब के पास पहुंचा।

कार के भीतर ही बिलाल ने रोमांस की इच्छा जाहिर की। जब उमा तैयार हो गई और उसने कपड़े उतार दिए तभी बिलाल ने पीछे की सीट पर जाकर बेल्ट से उसका गला घोंट दिया। हत्या के बाद बिलाल ने मीट काटने वाले छुरे से उमा का सिर काट दिया। उसने न्यूड धड़ को प्रतापनगर के जंगल में फेंक दिया और सिर को कहीं और छिपा दिया ताकि पहचान न हो सके।

उमा का विवादित अतीत: शादी के दिन हुई थी फरार

उमा की जिंदगी शुरू से ही फिल्मी उतार-चढ़ाव भरी रही है। उमा अपनी शादी वाली रात ही अपने प्रेमी जॉली के साथ भाग गई थी। उसके पिता ने उसे आखिरी बार 15 साल पहले मेहंदी रचे हाथों के साथ देखा था। जिस जॉली के लिए उसने परिवार छोड़ा उसे 13 साल बाद अचानक तलाक दे दिया। उसने कोर्ट में यहां तक कह दिया कि उसे अपना बच्चा भी नहीं चाहिए। पति को छोड़ने के बाद वह बिलाल के साथ रहने लगी थी जो अंत में उसकी मौत का कारण बना।

पिता का दर्द: 15 साल बाद मिला सिर्फ कटा सिर

उमा के परिवार ने उसे 15 साल पहले ही मृत मान लिया था। जब पुलिस ने इस हत्याकांड की सूचना दी तो परिवार के पैरों तले जमीन खिसक गई। उमा के पिता को बेटी की पहचान करने के लिए बुलाया गया लेकिन वहां शरीर नहीं सिर्फ बेटी का कटा हुआ सिर था। 15 साल बाद पिता-पुत्री का यह मिलन रूह कंपा देने वाला था।

निकाह के मंडप से जेल तक

हत्या करने के बाद बिलाल वापस सहारनपुर आ गया और अपनी शादी की तैयारियों में लग गया। उसे लगा कि वह एक ‘ब्लाइंड मर्डर केस’ को अंजाम देकर बच निकला है। हालांकि पुलिस ने कड़ियों को जोड़ा और निकाह के दिन ही उसे दबोच लिया। बिलाल की निशानदेही पर ही पुलिस ने उमा का सिर बरामद किया।

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