
महासमुंद। कानून-व्यवस्था को चुनौती देने वाली एक गंभीर घटना सामने आई है। जिले के ग्राम खरोरा में बीती रात ड्यूटी पर तैनात पुलिस कर्मियों पर असामाजिक तत्वों ने हमला कर दिया। यह घटना उस वक्त हुई जब पुलिस पार्टी एक सामाजिक कार्यक्रम के दौरान दो पक्षों के बीच हो रहे विवाद को शांत कराने मौके पर पहुंची थी।
सामाजिक कार्यक्रम के दौरान बिगड़ा माहौल
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार ग्राम खरोरा में एक सामाजिक कार्यक्रम आयोजित किया गया था। कार्यक्रम के दौरान कुछ युवक नशे की हालत में आपस में झगड़ने लगे। विवाद इतना बढ़ गया कि मौके पर अफरा-तफरी का माहौल बन गया। स्थानीय लोगों द्वारा घटना की सूचना सिटी कोतवाली पुलिस को दी गई, जिसके बाद पुलिस की एक टीम तत्काल मौके पर पहुंची।
झगड़ा छुड़ाने पहुंची पुलिस पर हमला
पुलिस पार्टी जब झगड़ा कर रहे युवकों को समझाने और स्थिति को नियंत्रित करने का प्रयास कर रही थी, तभी नशे में धुत असामाजिक तत्वों ने पुलिसकर्मियों के साथ धक्का-मुक्की शुरू कर दी। देखते ही देखते मामला हिंसक हो गया और उपद्रवियों ने पुलिस पर हमला कर दिया। इस दौरान कुछ पुलिसकर्मियों को हल्की चोटें भी आई हैं।
5 आरोपियों पर मामला दर्ज
घटना के बाद पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए सिटी कोतवाली थाना में 5 आरोपियों के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत अपराध पंजीबद्ध किया है। पुलिस ने मौके से दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि तीन आरोपी घटना के बाद से फरार बताए जा रहे हैं। फरार आरोपियों की तलाश में पुलिस लगातार दबिश दे रही है।
कानून-व्यवस्था पर सीधा हमला
पुलिस अधिकारियों का कहना है कि ड्यूटी पर तैनात पुलिस कर्मियों पर हमला करना एक गंभीर अपराध है और इसे किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। यह घटना न केवल कानून-व्यवस्था पर सीधा हमला है, बल्कि समाज में गलत संदेश देने वाली भी है। पुलिस प्रशासन ने साफ किया है कि फरार आरोपियों को भी जल्द गिरफ्तार कर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
क्षेत्र में बढ़ाई गई पुलिस सतर्कता
घटना के बाद ग्राम खरोरा और आसपास के इलाकों में पुलिस गश्त बढ़ा दी गई है ताकि किसी भी तरह की पुनरावृत्ति न हो। स्थानीय प्रशासन ने भी लोगों से शांति बनाए रखने और असामाजिक गतिविधियों की सूचना तुरंत पुलिस को देने की अपील की है।
लगातार बढ़ती घटनाओं से चिंता
गौरतलब है कि हाल के दिनों में छत्तीसगढ़ के विभिन्न जिलों से पुलिस पर हमले की घटनाएं सामने आई हैं, जिससे कानून-व्यवस्था को लेकर सवाल उठ रहे हैं। ऐसे में महासमुंद की यह घटना भी प्रशासन के लिए एक गंभीर चेतावनी मानी जा रही है।



