राजधानी में रेजिडेंट डॉक्टर की गंदी करतूत, महिला डॉक्टर को बनाया हवस का शिकार, गर्भवती होने पर जबरन कराया गर्भपात

लखनऊ: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में एक चिकित्सा विश्वविद्यालय के रेजिडेंट डॉक्टर पर शादी का झांसा देकर एक महिला चिकित्सक का यौन शोषण करने और धर्मांतरण कराने के आरोप में मुकदमा दर्ज किया गया है। पुलिस ने बुधवार को यह जानकारी दी।
पुलिस ने बताया कि आरोपी डॉक्टर रमीज मलिक के खिलाफ मंगलवार को भारतीय न्याय संहिता की धारा 69 (धोखे से यौन संबंध बनाना), 89 (महिला की सहमति के बिना गर्भपात कराना) और 351 (आपराधिक धमकी) के साथ-साथ धर्मांतरण विरोधी कानून की संबंधित धाराओं में प्राथमिकी दर्ज की गई है। सहायक पुलिस आयुक्त राजकुमार सिंह ने बताया कि आरोपी की तलाश के लिए पुलिस टीम गठित की गई हैं और उसे जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा। दर्ज मुकदमे के अनुसार, महिला चिकित्सक ने आरोप लगाया है कि रमीज मलिक ने कुछ महीने पहले उससे दोस्ती की और शादी का वादा कर कई बार संबंध बनाए।
आरोपी ने दवाएं देकर जबरन कराया गर्भपात
पीड़िता ने आरोप लगाया कि सितंबर में जब वह गर्भवती हुई तो आरोपी ने दवाएं देकर जबरन उसका गर्भपात कराया। सिंह ने बताया कि शिकायतकर्ता के अनुसार, बाद में उसे पता चला कि मलिक पहले से शादीशुदा है और उसने इस साल की शुरुआत में शादी से पहले अपनी पत्नी का धर्म परिवर्तन कराया था। उन्होंने बताया कि महिला ने आरोप लगाया है कि मलिक ने पहले तो उससे शादी से इनकार कर दिया और बाद में उस पर धर्म परिवर्तन करने का दबाव डाला। आरोप है कि आरोपी ने पीड़िता की निजी तस्वीरें व वीडियो वायरल करने की धमकी भी दी। सिंह ने बताया कि यह मामला सितंबर की घटनाओं की शिकायत के आधार पर दर्ज किया गया है।
आरोपी डॉक्टर निलंबित
इस बीच, आरोपी डॉक्टर को निलंबित कर दिया गया है और विश्वविद्यालय परिसर में उसके प्रवेश पर रोक लगा दी गई है। चिकित्सा विश्वविद्यालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि यह कार्रवाई आंतरिक समिति की सिफारिश पर की गई है, ताकि निष्पक्ष जांच सुनिश्चित की जा सके।
अधिकारी ने बताया कि निलंबन अवधि के दौरान आरोपी को शैक्षणिक और आवासीय सुविधाओं से भी वंचित कर दिया गया है। अधिकारियों के अनुसार, यह मामला मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ तक भी पहुंच गया है। मुख्यमंत्री ने मंगलवार को पीड़िता से बातचीत कर उसे न्याय का आश्वासन दिया। इस बीच, एक छात्र संगठन के कार्यकर्ताओं ने विश्वविद्यालय परिसर में विरोध प्रदर्शन कर आरोपी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की।



