रायपुर मुख्यमंत्री आज दुर्ग-भिलाई के दौरे पर हैं। रवाना होने से पहले रायपुर हैलीपेड पर मीडिया से बात करते हुए मुख्यमंत्री ने केंद्र सरकार को जमकर आड़े हाथों लिया। मुख्यमंत्री ने केंद्र की तरफ से जारी केंद्रीय योजना के जारी विज्ञापन पर कटाक्ष किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि कांग्रेस सरकार के किये काम को भी केंद्र सरकार अपना बताकर श्रेय ले रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार के किये कामों को भी केंद्र की सरकार अपना बता रही है। उन्होंने कहा कि जगदलपुर एयरपोर्ट-बिलासपुर एयरपोर्ट उनके कार्यकाल में शुरू हुआ। लेकिन विज्ञापन में केंद्र अपना श्रेय ले रही है।
तंज कसते हुए कहा कि आज फिर केंद्र का विज्ञापन आया है. लिखे हैं कि जगदलपुर एयरपोर्ट शुरू किए हैं, जबकि राज्य सरकार ने इसे शुरू करवाया. बिलासपुर भी बंद हो गया, उसे फिर से शुरू होना चाहिए. दूसरी बात सौभाग्य योजना का काम हमारे कार्यकाल में अधिक हुआ. सड़कों को देखें, तो हमारे कार्यकाल में ज्यादा अच्छा काम हुआ. श्रेय भारत सरकार लेना चाहती है. जबकि बीजेपी कहती है, यहां कोई काम नहीं हुआ है.
मुख्यमंत्री ने कहा कि हम आर्थिक-सामाजिक सर्वे में अब तक 8 लाख लोगों तक पहुंचे है। जनता के हितों के लिए सर्वे करा रहे हैं, ताकि उन्हें योजनाओं का लाभ मिल सके। वहीं ट्रेनों के रद्द होने पर मुख्यमत्री ने कहा कि भारत सरकार वंदे मातरम ट्रेन चला रही है और इधर, ट्रेनें रद्द होने से जनता परेशान हैं। ऐसी ही स्थिति रही तो अब आम आदमी ट्रेन परिवहन से दूर हो जायेगा। मुख्यमंत्री ने आरएसएस,BJP की सक्रियता पर कहा कि राज्य में तो सबसे ज्यादा ईडी सक्रिय है। ये ईडी के बल पर चुनाव लडना चाहते है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने ईडी की सक्रियता पर कहा कि बीजेपी ईडी के बल पर चुनाव लड़ना चाहती है. वहीं ट्रेनों के रद्द होने पर कहा कि भारत सरकार एक ट्रेन वंदे भारत चलाकर बाकी ट्रेनें बंद कर रही है. छोटे-छोटे स्टेशनों पर ट्रेनें नहीं है. गरीबों के लिए ट्रेनें बीते दिनों की बात हो गई है.
शराबबंदी पर CM भूपेश बघेल ने कहा कि शराबबंदी सिर्फ दुकान बंद कर देने से नहीं होगा, समाज के लोगों को जब तक शराबबंदी के प्रति जागरूक नहीं किया जायेगा, तब तक शराबबंदी संभव नहीं है। रमन सिंह पर तंज कसते हुए उन्होंने कहा कि रमन सिंह ने शराबबंदी की बात की थी। आखिर रमन अपने कार्यकाल में शराबबंदी क्यों नहीं की। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने शराबबंदी को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह के बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि रमन सिंह ने 15 सालों में क्या-क्या बयान दिया, पूरा किया क्या? लॉकडाउन से समझ आया. लोग नकली शराब से मरे. हम नशाबंदी की तरफ बढ़ना चाहते हैं, लेकिन जब तक समाज इन्वॉल्व नहीं होता, तब तक संभव नहीं है. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि शराब सामाजिक बुराई है…. बात केवल शराबबंदी की नहीं है, हम नशाबंदी की बात कह रहे हैं. हमने कोरोना काल लॉकडाउन के दौरान देखा है. गुडाखू जैसे नशा के लिए छोटे-छोटे दुकान में दस-पांच के डिब्बा को कई सौ रुपया में तो कहीं पचास रुपया में ख़रीद रहे थे.