जगदलपुर। प्रदेश़ से लगे तेलंगाना राज्य के भद्राद्री कोतागुड़ेम पुलिस को नक्सल विरोधी अभियान के तहत बड़ी सफलता हाथ लगी है, पुलिस ने नक्सली लीडरों तक पहुंचाये जा रहे एक ट्रैक्टर विस्फोटक सामान के साथ 10 नक्सलियों को गिरफ्तार किया है। इन 10 नक्सलियों में 5 नक्सली छत्तीसगढ़ बीजापुर जिले के आवापल्ली के निवासी हैं। पुलिस ने बताया कि बड़े नक्सली लीडरों के कहने पर बड़ी मात्रा में बम बनाने के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले कोडेक्स वायर और करीब 500 डेटोनेटर और सैकड़ों की संख्या में जिलेटिन स्टिक्स ट्रैक्टर में भरकर नक्सली संगठन के जनमलिशिया सदस्यों द्वारा ले जाया जा रहा था।
बता दें कि मुखबिर की सूचना मिलने पर तेलंगाना के कोत्तागुडेम पुलिस और सीआरपीएफ जवानों के सयुंक्त टीम ने सभी नक्सलियों को घेराबंदी कर धर दबोचा और इनके पास से एक बोलेरो वाहन, ट्रैक्टर से भरा विस्फोटक सामान और दो मोटरसाइकिल भी बरामद किया है। साथ ही 10 नक्सलियों को भी गिरफ्तार किया है। बताया जा रहा है कि यह विस्फोटक सामान अलग-अलग इलाकों से लेकर और एक ट्रैक्टर में लोडकर नक्सलियों तक पहुंचाया जा रहा था।
कोत्तागुडेम जिले के एसपी ने बताया कि नक्सलियों से पूछताछ करने पर पता चला कि गिरफ्तार 5 नक्सली तेलंगाना के निवासी हैं और अन्य पांच नक्सली बीजापुर जिले के आवापल्ली के रहने वाले हैं जो पिछले कई सालों से नक्सली संगठन में सक्रिय थे। नक्सलियों के लिए विस्फोटक सामग्री सप्लाई किया करते थे।
गिरफ्तार नक्सलियों ने तेलंगाना पुलिस को बताया कि यह विस्फोटक सामान नक्सली संगठन के बड़े लीडरों ने मंगवाया था और इसे लेकर वह उनके पास जा रहे थे। इसका उपयोग नक्सली क्षेत्र में किसी बड़ी नक्सली वारदात को अंजाम देने के लिए कर रहे थे। गिरफ्तार नक्सली से पूछताछ में पुलिस के सामने और कई बड़े खुलासे भी हुए हैं। फिलहाल, उसके आधार पर पुलिस आगे की कार्यवाही कर रही है, एसपी ने कहा कि नक्सलियों के कब्जे से बरामद की गई विस्फोटक सामान की कीमत लाखों रुपए आंकी जा रही है। हालांकि, तेलंगाना पुलिस ने इस बात का खुलासा नहीं किया कि विस्फोटक सामान कहां और किस इलाके में ले जाया जा रहा था, लेकिन जिस प्रकार से एक ट्रैक्टर विस्फोटक सामान को सुरक्षा बल के जवानों ने बरामद किया है, यह तेलंगाना पुलिस के लिए एक बड़ी सफलता है। गिरफ्तार नक्सलियों में बीजापुर जिले के मुचाकी रमेश, सुरेश, लालू, सोढ़ी महेश और मावड़ी चौतू शामिल हैं, जो लंबे समय से नक्सलियों के संगठन में सक्रिय थे और नक्सलियों तक विस्फोटक सामान पहुंचाने का काम कर रहे थे।