इस बार 2 महीने का रहेगा सावन , सावन के महीने का महत्व और शुभ संयोग जानिए…
हिंदू धर्म में सावन का महीना बहुत ही पवित्र माना गया है। सावन का महीना भगवान भोलेनाथ की पूजा-अर्चना और साधना के लिए समर्पित है। सावन के महीने में पूरे विधि-विधान के साथ भगवान शिव की पूजा की जाती है। ऐसी मान्यता है कि सावन के महीने में जो भी शिव भक्त भगवान भोलेनाथ की पूजा करता है उसके जीवन में हमेशा ही सुख और समृद्धि आती है। सावन के महीने में शिवलिंग के जलाभिषेक का विशेष महत्व होता है।
इस माह भगवान शिव की प्रिय चीजें उन्हें अर्पित किया जाता है। सावन का महीना भगवान शिव को प्रिय महीना होता है। हिंदू पंचांग के अनुसार सावन के महीने की शुरुआत श्रावण कृष्ण पक्ष की प्रतिपदा तिथि से होती है। इस वर्ष सावन का महीना बहुत ही खास रहने वाला है क्योंकि सावन का महीना दो माह का होगा। इसके अलावा सावन के महीने में 8 सोमवार होंगे। आइए जानते हैं सावन के महीने का महत्व और शुभ संयोग।
इस बार सावन के महीने की शुरुआत 4 जुलाई 2023 से होगी। सावन का महीना 4 जुलाई से लेकर 31 अगस्त तक चलेगा। ऐसे में इस बार सावन का महीना कुल मिलाकर 58 दिनों तक रहेगा। लगभग दो महीना का सावन का संयोग 19 वर्षो के बाद बन रहा है। आपको बता दें कि ऐसा इसलिए है क्योंकि इस बार अधिकमास के चलते सावन का महीना 2 माह का होगा। 18 जुलाई से 16 अगस्त तक अधिकमास रहेगा।
हिंदू कैलेंडर के अनुसार इस बार साल 2023 में 12 महीने के बजाय 13 महीने का होगा। दरअसल इस बार अधिकमास के चलते है ऐसा होगा। अधिकमास को मलमास और पुरुषोत्तम के नाम से भी जाना जाता है। हिंदू पंचांग के अनुसार हर तीसरे साल एक अतिरिक्त माह प्रगट होता जिसे अधिकमास,मलमास और पुरुषोत्तम माह कहा जाता है।
वैदिक कैलेंडर के अनुसार हर माह सूर्य का राशि परिवर्तन होता है जिसे सूर्य संक्रांति के नाम से जाना जाता है। लेकिन तीन साल के अंतराल पर एक माह संक्रांति नहीं है तब इस माह को अधिकमास के नाम से जाना जाता है। अधिकमास के चलते साल 2023 में सावन का महीने में कुल 8 सावन सोमवार होंगे।
ये सावन सोमवार इन तारीखों को पड़ेंगे- 10 जुलाई, 17 जुलाई, 24 जुलाई, 31 जुलाई, 7 अगस्त, 14 अगस्त, 21 अगस्त, और 28 अगस्त। सावन का महीना लंबा होने का कारण शिव भक्तों का अपने आराध्य देव भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए ज्यादा समय मिलेगा।