नयी दिल्ली अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के एक प्रोफेसर पर पीएचडी कर रही छात्रा ने गंभीर आरोप लगाते हुए FIR दर्ज करवाई है। छात्रा का आरोप है कि वाइल्ड लाइफ साइंस विभाग के प्रोफेसर ने रिसर्च पेपर जमा करने के नाम पर उससे अश्लील मांग की। जब उसने इसका विरोध किया तो प्रोफेसर ने अभद्रता करते हुए शोध पत्र मंजूर न करने की धमकी दी।
बदायूं की छात्रा ने पुलिस को बताया कि 2017 में अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में उसने एडमिशन लिया था। इसके बाद उसने वाइल्ड लाइफ साइंस विभाग के प्रोफेसर के अंडर में रिसर्च शुरू की। 5 साल लगातार मेहनत करने के बाद डाटा इकट्ठा कर थीसिस तैयार किया। इसके बाद छह महीने पहले थीसिस को सबमिशन भी दे दी थी।
इससे आहत छात्रा ने डीजीपी-एसएसपी को ऑनलाइन शिकायत भेजी जिसका संज्ञान लेते हुए जिला पुलिस ने छात्रा को बुलाया और तहरीर लेकर महिला थाने में मामला दर्ज किया.पुलिस को दी गई एफआईआर में बदायूं जिले की रहने वाली स्टूडेंट ने लिखा कि 2017 में अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में उसने एडमिशन लिया था. जिसके बाद उसने वाइल्ड लाइफ साइंस विभाग के प्रोफेसर के अंडर में रिसर्च शुरू की थी.
छात्रा ने बताया कि उस समय ऑब्जर्वर और डिपार्टमेंट के और लोगों ने कोई बात नहीं की. लेकिन जब थीसिस प्रोफेसर के पास पहुंची तो उन्होंने यह कहते हुए रिजेक्ट कर दिया कि थीसिस सही नहीं है और वह इस पर साइन नहीं करेंगे। छात्रा का आरोप है कि वाइल्ड लाइफ साइंस विभाग के प्रोफेसर उस पर बुरी नजर रखते हैं। उन्होंने कई बार अकेले में बुलाने की कोशिश भी की। जब वह रिसर्च के काम से उनके पास जाती है तो प्रोफेसर उस पर अश्लील टिप्पणी भी करते हैं।
छात्रा ने बताया, ”थीसिस मंजूरी के लिए प्रोफेसर ने मेरे सामने एक अश्लील प्रस्ताव रखा, जिसके लिए मैंने मना किया तो उन्होंने थीसिस जमा नहीं किया। 2 मई को जब थीसिस के बारे में प्रोफेसर से बात की तो अभद्रता करते हुए चैंबर से बाहर निकाल दिया। फिलहाल, मामले में पुलिस ने FIR दर्ज कर ली है। जांच की जा रही है।