आरंग/बुधवार को मेटस यूनिवर्सिटी गुल्लू मैं जिला शिक्षा अधिकारी रायपुर आर एल ठाकुर ने दो पालियों में प्राथमिक, पूर्व माध्यमिक एवं हाईस्कूल व हायर सेकेंडरी प्राचार्यो की समीक्षा बैठक ली इस अवसर पर डी ई ओ ठाकुर ने आगामी नए सत्र की शुरुआत के लिए अनेकों टिप्स देते हुए ना केवल बधाई दी वरन उन्होंने अपने अनुभव के आधार पर मिलजुल कर समन्वय के साथ कार्य करने की आवश्यकता जताई। उन्होंने निशुल्क गणवेश एवं पुस्तक वितरण, प्रवेश उत्सव, भवन एवं शाला सुरक्षा, दर्ज संख्या की वृद्धि मध्यान भोजन का सुचारू संचालन, स्कूल की साफ सफाई आदि पर फोकस करते हुए कहा कि विद्यार्थियों को केंद्र बिंदु पर रखकर हमें उनके बेहतर भविष्य निर्माण के लिए सतत प्रयत्नशील होना चाहिए साथ ही उन्होंने सामुदायिक सहभागिता पर जोर देते हुए कहा कि अधिकांश समस्याएं समुदाय के माध्यम से निपट जाया करती है, जरूरत है स्व पहल एवम लक्ष्य बिंदु पर निशाना साधने की, उन्होंने दर्ज संख्या बढ़ाने की बात करते हुए कहा कि आंगनबाड़ी से सतत संपर्क बनाएं एवं विद्यार्थियों के लिए प्रवेश प्रक्रिया को सरल बनाएं तथा नामांकन करें। उन्होंने दार्शनिक अंदाज में कहा की अवकाश की आवश्यकता तो सभी को होती है किंतु इस बात को ध्यान में रखा जाना चाहिए कि हमारे अवकाश में चले जाने से विद्यालय की व्यवस्था न गड़बड़ाए इसके लिए कार्य योजना बनाने पर जोर दिया उन्होंने प्राचार्य गणों को बधाई देते हुए कहा कि इस वर्ष का 10वी व 12 वी का रिजल्ट गत वर्ष की अपेक्षा में बेहतर है तथा मेरिट लिस्ट में सरकारी स्कूल के 4 विद्यार्थियों ने जगह बनाई है साथ ही उन्होंने स्वामी आत्मानंद मेधावी विद्यार्थी योजना एवं सरकार द्वारा दी जाने वाली छात्रवृत्ति का भी उल्लेख किया तथा शाला रखरखाव के संबंध में मुख्यमंत्री स्कूल जतन योजना के बारे में भी विस्तार से जानकारी दी, प्रवेश उत्सव में नवीन बच्चों का उत्साह के साथ मुंह मीठा कराने की बात करते हुए उन्होंने कहा कि इस उत्सव में अधिकाधिक जनप्रतिनिधियों को आमंत्रित कर एसएमसी को सशक्त
बनाएं,इंस्पायार अवार्ड,नवोदय तैयारी हेतु प्रेरित किया तथा बच्चों के शैक्षिक विकास लक्ष्य की ओर आगे बढ़े, उन्होंने विविध उदाहरणों के माध्यम से कहा की समस्याएं तो आती ही हैं किंतु शाला विकास समिति एवं समुदाय तथा समन्वय के साथ कार्य करने से यह समस्याएं छूमंतर हो जाती हैं तथा लगातार अनुपस्थित विद्यार्थियों के लिए ओपन पाठ्यक्रम की विस्तृत जानकारी भी दी, इस अवसर पर मेटस प्राचार्य एजे खान ने कहा कि जिन विद्यार्थियों को आप पहली से बारहवीं तक पढ़ाते हैं वे यहां न्यूनतम फीस में सफलता की ऊंचाई तय करते हैं उन्होंने कई उपलब्धियों का भी जिक्र किया। इस अवसर पर विकास खंड शिक्षा अधिकारी निहाली प्रसाद कुर्रे, सहायक विकास खंड शिक्षा अधिकारी आलोक चांडक, विकासखंड स्रोत समन्वयक मातली नंदन वर्मा एवं 48 संकुल समन्वयक गण यथा जितेंद्र शुक्ला, हरीश दीवान ,सुरेंद्र चंद्रसेन, रोशन चंद्राकर, प्रहलाद शर्मा, पोखन साहू ,अनिल चतुर्वेदी ,दीपक दुबे,धनंजय साहू, प्रफुल्ल मांझी,नूतन मंडले,नेत्रचंद जोशी,इंद्रजीत वर्मा,परमेश्वर चतुर्वेदानी,रोशन आदि एवं प्राचार्य गण राज्यश्री गुप्ता, एस के उपर्डे, आर बंडारू,सरोजनी केरकेट्टा,प्रशांत मिश्रा आदि एवं संस्था प्रमुख शिक्षक गण शीला गुरु गोस्वामी, अनुसुइया साहू, सुमित्रा भांडेकर,रुक्मणि पटेल,इंदिरा साहू,अर्चना शर्मा, मनोज मुछावर, नितिन मिश्रा, मृणाल पांडे, छोटू राम साहू, लोचन साहू सहित 400 से भी अधिक उपस्थिति रही तथा कार्यक्रम के संचालन में शिक्षक अरविंद वैष्णव का सहयोग रहा मैट्स यूनिवर्सिटी के द्वारा जिला शिक्षा अधिकारी को शाल, श्रीफल एवं प्रतीक चिन्ह के द्वारा सम्मान किया गया।