रायपुर (जसेरि)। मध्यप्रदेश से विभाजित होकर छत्तीसगढ़ बनने के बाद वर्ष 2000 से 2003 तक कांग्रेस की सरकार रही जिसमें अजीत जोगी मुख्यमंत्री रहे। इसके बाद 15 साल कांग्रेस सत्ता से बाहर रही। 2018 में हुए विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने बड़ी जीत हासिल कर सत्ता में वापसी की। कांग्रेस की इस सरकार में भूपेश बघेल मुख्यमंत्री बनाए गए। अब सरकार अपने 5 साल के कार्यकाल पूरा करने जा रही है और भूपेश बघेल छत्तीसगढ़ में कांग्रेस के प्रथम पूर्णकालिक मुख्यमंत्री बनने जा रहे। कांग्रेस इस साल के अंत में विधानसभा चुनाव भी बघेल के नेतृत्व में ही लड़ेगी। जिन्होंने निष्कंटक 5 वर्ष तक सरकार चलाने का रिकॉर्ड बनाया है। कांग्रेस पार्टी के ऐसे मुख्यमंत्री भूपेश बघेल हैं जिसे केंद्र सरकार के विभिन्न मंत्रालयों ने उनकी योजनाओं को पुरस्कृत करने के साथ गुड गवर्नेस का खिताब भी उनके नाम है। पूरे पांच साल किसान, गांव, गरीब, मजदूर, बेरोजगार, सरकारी कर्मियों की मांगों को पूरा करने के लिए जाना जाता है। यह रिकार्ड अविभाजित मध्यप्रदेश में किसी अन्य कांग्रेसी सीएम के नाम नहीं रहा है। जो सीएम भूपेश के नाम रहा है।
गौरतलब है कि इसके पहले छत्तीसगढ़ के प्रथम मुख्यमंत्री के रूप में अजीत जोगी ने अपना नाम दर्ज कराया था लेकिन वह सिर्फ तीन साल के मुख्यमंत्री के तौर पर कार्यकाल को पूरा कर पाए थे। क्योंकि जब छत्तीसगढ़ राज्य का गठन हुआ उस समय 3 साल का ही सरकार के पास समय था। भूपेश बघेल कांग्रेस के छत्तीसगढ़ बनने के बाद प्रथम ऐसे मुख्यमंत्री बने जिन्होंने अपना 5 वर्ष का कार्यकाल पूर्ण करने का रिकॉर्ड बनाया है। राजनीतिक जीवटता और राजनीतिक उतार-चढ़ाव के बीच भी कभी सीएम भूपेश ने चेहरे में सिकन नहीं आने दिया। हमेशा हंसते हुए 71 सथियों और संगठन के हजारों-लाखों कार्यकर्ताओं और प्रदेश की पौने तीन करोड़ जनता का दिल जीतने में कामयाबी हासिल की।
चुनाव अभियान समिति कभी भी, समिति में सभी दिग्गज होंगे
प्रदेश कांग्रेस प्रभारी कुमारी सैलजा के नेतृत्व में एक संतुलित चुनाव समिति गठित होने जा रही है जो जीत के संकल्प को जी-जान से पूरा करेगी। सीएम भूपेश अपने कार्यकाल के अंतिम 5 वर्षों के अंतिम महीनों में वे अब नए तरीके से चुनावीबाजी खेलने की तैयारी में है। बहुत जल्द चुनाव अभियान समिति प्रदेश कांग्रेस कमेटी के नेतृत्व में बनने जा रही है चुनाव अभियान समिति में लगभग सभी पुराने सदस्यों को अहम जिम्मेदारी मिलने की उम्मीद से इंकार नहीं किया जा सकता । संगठन में वरिष्ठ कांग्रेसियों के नेतृत्व में नए लोग का भी समावेश होना है, ऐसा कहा जा रहा है । वैसे आपको बता दें कि संभावित चुनाव अभियान समिति वो नाम भी होंगे जो जीत के सूत्रधार होंगे जो जल्द ही सामने आएगा। चुनाव अभियान समिति में सीएम भूपेश बघेल,डिप्टी सीएम टीएस बाबा, पीसीसी अध्यक्ष मोहन मरकाम, डा.चरण दास महंत, ताम्रध्वज साहू, रविंद्र चौबे, कवासी लखम, शिव कुमार डेहरिया, धनेंद्र साहू, अमरजीत भगत, जय सिंह, फूलोदेवी नेताम चुनाव अभियान समिति के सदस्य बन सकते हैं। महिला सदस्य रूप में अनिला भेडिय़ा का भी नाम फूलो देवी नेताम की जगह समन्वय बनाने की संभावना है। इसके अलावा और कई नाम है जो आश्चर्यजनक रूप से सामने आ सकते है, लेकिन निष्क्रियता के कारण पंडि़त रविशंकर शुक्ल परिवार से किसी भी सदस्य को समिति में जगह नहीं मिल पाएगी।