रायपुर । चुनाव से ठीक पहले छत्तीसगढ़ कांग्रेस का कमान बस्तर के आदिवासी नेता और सांसद दीपक बैज के हाथों में हाईकमान ने सौंप दी हैं। दीपक बैज को मिली इस बड़ी जिम्मेदारी के बाद अब सबसे बड़ा सवाल यही कि क्या PCC चीफ के पद से हटे विधायक मोहन मरकाम को हाईकमान मंत्री का ताज पहनायेगी ? साफ हैं कि बस्तर को लेकर कांग्रेस कोई भी रिस्क नही लेना चाहेगी, ऐसे में पार्टी में सभी को साधते हुए जल्द ही मोहन मरकाम को मंत्रिमंडल में शामिल करने की भी घोषणा होने की उम्मींद जताई जाने लगी हैं।
आदिवासी बाहुल्य छत्तीसगढ़ की राजनीति में कहते हैं कि प्रदेश की सत्ता का रास्ता बस्तर से होकर निकलता हैं। मतलब जिसने बस्तर जीत लिया, उसने छत्तीसगढ़ जीत लिया। यहीं वजह हैं कि सत्ता से वनवास काट रही बीजेपी का केंद्रीय नेतृत्व लगातार बस्तर में कैम्प कर रहा हैं। केंद्रीय मंत्रियों का दौरा छत्तीसगढ़ के दूसरों जिलों से ज्यादा बस्तर में ही हो रहा हैं। ऐसे में भला सत्ताधारी कांग्रेस बस्तर को साधने में पीछे कैसे रह सकती हैं। बस्तर के राजनीतिक समीकरण को समझे तो यहां पिछले चुनाव में कांग्रेस ने 12 में से 11 सीटे जीती थीं। लेकिन दंतेवाड़ा से भाजपा विधायक की नक्सलियों द्वारा की गई हत्या के बाद उपचुनाव हुआ और यह सीट भी कांग्रेस ने जीत ली। यानी बस्तर की सभी 12 सीटें अब कांग्रेस के पास हैं।
ऐसे में आगामी विधानसभा चुनाव में सत्ता को दोहराने की राह तय कर रही कांग्रेस में काफी तेजी से बदलाव किया जा रहा हैं। बुधवार की देर शाम पीसीसी चीफ मोहन मरकाम को हाईकमान ने हटाकर प्रदेश कांग्रेस की जिम्मेदारी बस्तर से सांसद दीपक बैज के हाथों में सौंप दी हैं। हालाकि ये परिवर्तन मार्च और अप्रैल महीने में ही होना था। इसके पीछे का कारण मोहन मरकाम का कार्यकाल एक साल पहले ही पूरा होने की बात कही जा रही है। लेकिन प्रदेश में घटे राजनीतिक घटनाक्रमों और विधानसभा में अपने ही सरकार के खिलाफ मोहन मरकाम के सवाल ने पार्टी में सब कुछ सही नही चलने की ओर इशारा पहले ही कर दिया था। जिसका सीधा असर आने वाले विधानसभा में पढ़ने की उम्मीद भी जतायी जा रही थी। ऐसे में साल की शुरूवात से ही पीसीसी चीफ मोहन मरकाम को बदलकर मंत्रिमंडल में शामिल करने की चर्चाये तेज हो गयी थी।
लेकिन पार्टी हाईकमान ने चुनाव से ठीक 4 महीने पहले इस बदलाव पर अपनी मुहर लगाते हुए बस्तर से साफ छवि के आदिवासी नेता और सांसद दीपक बैज के हाथों में प्रदेश कांग्रेस की कमान कल सौंप दी। ऐसे में अब चर्चाओं का बाजार गर्म हैं कि पीसीसी चीफ के पद से हटाये जाने के बाद मोहन मरकाम को पार्टी हाईकमान क्या मंत्रिमंडल में शामिल कर कोई बड़ी जिम्मेदारी देगी ? ताकि बस्तर में डैमेज कंट्रोल होने के साथ ही कांग्रेस दोबारा बस्तर की सभी 12 सीटों पर जीत दर्ज कर सके। लाजमी हैं चुनावी साल हैं ऐसे में कांग्रेस कोई भी रिस्क नही लेना चाहेगी। लिहाजा जिस तरह से स्वास्थ्य मंत्री टी.एस.सिंहदेव को डिप्टी सीएम बनाकर पार्टी हाईकमान ने साधने की कोशिश की हैं, ठीक वैसे ही बस्तर के रास्ते प्रदेश की सत्ता तक दोबारा पहुंचने के लिए कांग्रेस हाईकमान जल्द ही पूर्व पीसीसी चीफ मोहन मरकाम को बड़ी जिम्मेदारी देने के साथ ही मंत्रिमंडल में शामिल कर सकती हैं।