रायपुर : छत्तीसगढ़ में शिक्षक भर्ती में गड़बड़ी का दावा भाजपा ने किया है। प्रेस कांफ्रेंस में भाजपा ने आरोप लगाया है कि शिक्षक भर्ती में गड़बड़ी हुई है, अपने चहेते को लाभ पहुंचाने का कांग्रेस सरकार ने काम किया है। इधर भाजपा के आरोप पर मंत्री रविंद्र चौबे ने कहा है कि अभी शिक्षकों की भर्ती हुई ही नहीं है, तो फिर गड़बड़ी कहां और कैसे हो गयी। भाजपा नेता संजय श्रीवास्तव ने प्रेस कांफ्रेंस कर आरोप लगाया कि शिक्षक भर्ती में अनियमितता करके प्रदेश के हजारों अभ्यर्थी युवाओं के साथ अन्याय किया गया है।
शिक्षक भर्ती का विज्ञापन जारी किया गया था, लेकिन भर्ती परीक्षाओं के विषयों को समाप्त कर दिया गया। इस तरह विज्ञान विषय के लिए कला संकाय का अभ्यर्थी भी आवेदन कर सकता था। 12,489 पदों के लिए परीक्षाएं 10 जून को हुई और 2 जुलाई को परीक्षा परिणाम घोषित हुए तब तक विषय वार व्यवस्था थी। लेकिन 6 जुलाई को मंत्रिपरिषद ने विषयवार व्यवस्था को समाप्त करने का निर्णय लिया। ऐसा यह पहली बार हुआ यह निर्णय 11 जुलाई को राजपत्र में प्रकाशित हुआ।
उन्होंने कहा कि परीक्षा में 1,46,176 परीक्षार्थी उसमें सम्मिलित हुए थे और परिणाम जब घोषित हुए तो यह संख्या 1,46,275 हो गई । 99 अधिक परीक्षार्थियों का परिणाम घोषित हुआ। आखिर ये 99 परीक्षार्थी कौन है? क्या यह वही है सरकार के चहेते होने के कारण जिन का चयन किया जाना था? हालांकि शिक्षा मंत्री ने गड़बड़ी के आरोप को पूरी तरह के खारिज करते हुए कहा कि अभी शिक्षकों की भर्ती ही नहीं हुई है, तो फिर गड़बड़ी की बात कहां से आ गयी।