सतनामी गुरु बालदास कांग्रेस छोड़ भाजपा में होंगे शामिल
रायपुर । चुनावी सरगर्मियों के बीच राजनीतिक दलों में भागदौड़ मची हुई है। बीजेपी से कांग्रेस और कांग्रेस से बीजेपी में आना जाना लगा हुआ है। अब मंगलवार को इसी बीच सतनामी धर्मगुरू बालदास कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में शामिल हो रहे हैं। दावा है कि बालदास आरंग सीट से भाजपा के प्रत्याशी भी हो सकते हैं।खबर है कि बालदास लंबे समय से कांग्रेस पार्टी से नाराज चल रहे थे। उन्हें पार्टी की तरफ से कोई पद नहीं दिये जाने से वो फिलहाल सक्रिय भी नहीं थे। पिछले चुनाव अगर 2018 की बात करें तो बालदास कांग्रेस में शामिल हुए थे। परिणाम के लिहाज से कांग्रेस को 2018 विधानसभा चुनाव में इसका फायदा भी मिला था।
छत्तीसगढ़ में आरक्षित 10 एससी सीटों में से 7 सीटों पर कांग्रेस ने कब्जा कर लिया था, जबकि भाजपा को सिर्फ दो और बसपा को एक एससी सीट पर जीत मिली थी। 2013 के चुनाव में बालदास ने सतनामी सेना के तौर पर प्रत्याशी उतारे थे। उस वक्त एससी सीटों पर भाजपा को काफी बढ़त मिली थी, वहीं कांग्रेस को उन सीटों पर काफी नुकसान झेलना पड़ा था। 2013 में बालदास की वजह से भाजपा को फायदा होने की बात कही गयी थी।
अब जबकि बालदास भाजपा में शामिल हो रहे हैं, तो इसका निश्चित ही फायदा भाजपा को मिलेगा। अनुसूचित वर्ग में सतनामी धर्मगुरू का काफी प्रभाव है। प्रदेश की 90 सीटों की बात करें तो आधी सीटों पर प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से सतनामी वोटरों का प्रभाव है। ऐसे में अगर बालदास को साधने में बीजेपी कामयाब हो गयी, तो निश्चित ही भाजपा को इसका बड़ा फायदा चुनाव में हो सकता है।