कैशलेश संगोष्ठी का हुआ आयोजन, राकेश बोले- कैशलेश से कर्मचारियों को आर्थिक भार से मिलेगी मुक्ति
बलौदाबाजार । पुरानी पेंशन, महंगाई भत्ता और गृहभाड़ा भत्ता की मांग पूरी होने के बाद अब कर्मचारियों में कैशलेश इंश्योरेंस की मांग उठने लगी है। छत्तीसगढ़ मेडिकल कैशलेस कर्मचारी सेवा कल्याण संघ के द्वारा आज छत्तीसगढ़ के बलौदाबाजार में कैशलेश संगोष्ठी का आयोजन किया गया। राकेश सिंह की अगुवाई में हुई इस संगोष्ठी में कैशलेश से जुड़े तमाम पहलुओं पर चर्चा की गयी। कैशलेस संगोष्ठी में भारी संख्या में समस्त विभाग के कर्मचारियों ने शिरकत की।
छत्तीसगढ़ मेडिकल कैशलेश कर्मचारी कल्याण संघ के प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह ने संगठन के 1 वर्ष होने के उपरांत भी शासन की तरफ से पहल नहीं किये जाने पर नाखुशी जतायी गयी। उन्होंने मांग की है कि प्रदेश के 5 लाख कर्मचारियों के लिए मेडिकल कैशलेस लागू की जाये। कैशलेस लागू होने से जीवन की सबसे प्राथमिक जरूरत स्वास्थ्य की सुविधा सभी कर्मचारी साथी और उनके परिवार को सुचारू रूप से उपलब्ध हो सकेगा। वहीं कर्मचारियों को आर्थिक भार से मुक्ति मिल सकेगा।
राकेश सिंह ने कहा कि यह मेडिकल कैशलेस की मांग किसी कर्मचारी की नहीं, अपितु वो तो सर्वप्रथम उनके माता-पिता की उनके बच्चों की और उनके परिवार की है। उन्होंने इस मांग को प्राथमिकता देते हुए छत्तीसगढ़ के प्रत्येक कर्मचारी को इस मुहिम से जुड़ने का आह्वान किया। आज की संगोष्ठी में छत्तीसगढ़ मेडिकल कैशलेस कर्मचारी सेवा कल्याण संघ के सभी संस्थापक सदस्य उषा चंद्राकर,लिखेश वर्मा पीयूष गुप्ता, रमेश नेगी, के द्वारा संघ के मिशन व अब तक के क्रियाकलापों पर प्रकाश डाला गया। बलौदाबाजार पेंशनर संघ के अध्यक्ष जामवंत वर्मा ने उद्बोधन में कैशलेस चिकित्सा हेतु संघ के प्रयास की मुक्त कंठ से प्रशंसा करते हुए जीवनकाल के निजी अनुभव साझा किया।
लिपिक संघ के जिला अध्यक्ष संतोष वैष्णव, प्रदेश शिक्षक संघ के अध्यक्ष चेतन बघेल सहित वक्ता सभी साथियों ने अपने वक्तव्य में मेडिकल कैशलेस की जरूरत को प्राथमिक जरूरत बताते हुए इस मुहिम से जुड़ने का आह्वान किया और सरकार से यह मांग भी की कर्मचारी हित में यदि सरकार मेडिकल कैशलेस लागू करती है तो सरकार को एक भी रुपए का वित्तीय भार नहीं पड़ेगा, बल्कि मेडिकल कैशलेस लागू करते ही सरकार के खाते में 6000 करोड रुपए का अतिरिक्त इजाफा होगा और कचारियों हित में एक अच्छा कार्य होगा।
एकदिवसीय प्रदेश स्तरीय उक्क्त संगोष्ठी में संजय सोनी,तुलसी राठौर,महेंद्र मिश्रा, परमेश्वर भास्कर, मनोज रत्नाकर,लक्ष्मीनारायण मिश्रा,संतोष साहू,दीपचंद बंजारे,सीमांचल गौड़,जागेन्द्र पुरैना,परस साहू,रूपनारायण साहू,नंदकुमार मल्होत्रा,राधा ध्रुव,आशा नेगी सहित बड़ी तादात में रायपुर, जीपीएम,महासमुंद, दुर्ग बलौदाबाजार जिले के कर्मचारी उपस्थित रहे।