रायपुर। छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव को लेकर तैयारी जोरों पर हैं। वहीं भाजपा ने 21 प्रत्याशियों के लिस्ट जारी कर दिए हैं। वहीं कांग्रेस के प्रत्याशियों के लिस्ट के लिए अभी और इंतजार करना पड़ सकता है। वहीं सूत्रों कि माने तो विधायक सहित मंत्रियों के टिकट पर खतरे की सुगबुगाहट है। इसलिए लिस्ट पर सस्पेंश बना हुआ है।
बस्तर संभाग की 12 सीट की समीक्षा की
बता दें कि मुख्यमंत्री निवास में स्क्रीनिंग कमेटी के बाद लगातार दूसरे दिन प्रदेश चुनाव समिति के पांच नेताओं ने बस्तर संभाग की 12 सीट की समीक्षा की। इससे पहले रायपुर और दुर्ग संभाग की समीक्षा पूरी हुई है। कांग्रेस के उच्च पदस्थ सूत्रों की मानें तो अब तक की समीक्षा में तीन मंत्रियों पर खतरे के बादल मंडरा रहे हैं।
किसी भी विधायक को सीट बदलने की अनुमति नहीं दी जाएगी
: बस्तर संभाग के नवनियुक्त मंत्री मोहन मरकाम का विरोध शुरू हो गया है। वहीं, दुर्ग संभाग में मंत्री अनिला भेड़िया और रुद्र गुरु को लेकर विरोध के सुर सामने आया है। रुद्र गुरु अपनी सीट बदलना चाहते हैं, इसको लेकर केंद्रीय नेतृत्व तैयार नहीं है। केंद्रीय नेतृत्व ने साफ किया है कि किसी भी विधायक को सीट बदलने की अनुमति नहीं दी जाएगी। हालांकि तीनों मंत्रियों ने अपनी दावेदारी को कमजोर पड़ने से रोकने के लिए जतन शुरू कर दिया है।
आठ सीट पर वरिष्ठ नेताओं के बीच सहमति बन गई
मुख्यमंत्री निवास में हुई बैठक में दूसरे दिन बस्तर संभाग की 12 सीट पर चर्चा हुई। बताया जा रहा है कि इसमें से आठ सीट पर वरिष्ठ नेताओं के बीच सहमति बन गई है। चार सीट पर वर्तमान विधायकों के प्रति नाराजगी सामने आई है।
बताया जा रहा है कि कांकेर से संसदीय सचिव शिशुपाल सोरी, जगदलपुर से रेखचंद जैन, अंतागढ़ से अनूप नाग और नारायणपुर से चंदन कश्यप की सीट पर पैनल तैयार किया गया है। चर्चा है कि यहां से किसी नए नेता को पार्टी उम्मीदवार बना सकती है। बताया जा रहा है कि स्क्रीनिंग कमेटी की आपत्ति के बाद यह प्रक्रिया शुरू की गई है। मुख्यमंत्री निवास की बैठक में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, प्रदेश प्रभारी कुमारी सैलजा, प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज, विधानपसभा अध्यक्ष डा चरणदास महंत और उपमुख्यमंत्री टीएस सिंहदेव के अलावा संभाग के प्रमुख नेता शामिल थे।
दुर्ग-रायपुर संभाग में खोज रहे विकल्प
कांग्रेस के उच्च पदस्थ सूत्रों की मानें तो दुर्ग संभाग के डोंगरगांव से दलेश्वर साहू, नवागढ़ से गुरुदयाल बंजारे, पंडरिया से ममता चंद्राकर और डोंगरगढ़ सीट से भुनेश्वर बघेल के विकल्प को लेकर चर्चा हुई है। वहीं, रायपुर संभाग के कसडोल से संसदीय सचिव शकुंतला साहू, बिलाईगढ़ से चन्द्रदेव राय, सरायपाली से किस्मतलाल नंद की जगह विकल्प पर चर्चा हुई है।
सरगुजा और बिलासपुर संभाग पर अब मंथन
बताया जा रहा है कि अब सरगुजा और बिलासपुर संभाग की सीटों पर मंथन किया जाएगा। सरगुजा की सभी 14 सीट पर कांग्रेस के विधायक हैं। जबकि बिलासपुर संभाग में कांग्रेस की सबसे कमजोर स्थिति है।
22 तक कांग्रेस की सूची पर संशय
कांग्रेस के उच्च पदस्थ सूत्रों की मानें तो कांग्रेस की पहली सूची 22 सितंबर तक आएगी। इससे पहले सूची आने की संभावना से आला नेता इनकार कर रहे हैं। कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं का साफ कहना है कि संभाग स्तर पर चर्चा के बाद स्क्रीनिंग कमेटी की एक बार फिर रायपुर में बैठक होगी। इस बैठक में अजय माकन, नेट्टा डिसूजा और एल हनुमंथा शामिल होंगे।