सूरजपुर । सूरजपुर जिला में स्वास्थ्य विभाग में भर्ती के नाम पर लाखों रूपये की रिश्वत लिये जाने का मामला सामने आया है। यहां ग्रामीण चिकित्सा सहायक ने कम्पयूटर ऑपरेटर के पद पर भर्ती के नाम पर एक ग्रामीण से 1.20 लाख रूपये वसूल लिये। अब ग्रामीण ने पैसा लेने वाले ग्रामीण चिकित्सा सहायक का पैसा लेने का विडियों वायरल कर दिया है। वहीं इस मामले का खुलासा होने के बाद जहां कलेक्टर ने जांच का आदेश दे दिया है, वहीं सीएमएचओं ने दोषी आर.एम.ए. को सस्पेंड करने की बात कही है।
सरकारी नौकरी लगाने के नाम पर रिश्वतखोरी का ये मामला सूरजपुर जिला का है। जानकारी के मुताबिक यहां ग्रामीण चिकित्सा सहायक के पद पर विकास मिंज की पोस्टिंग है। गांव में रहने वाले हीरा पैकरा ने शिकायत दर्ज करायी है कि गांव के डाॅक्टर विकास मिंज ने उनकी बेटी सरकारी नौकरी लगाने का आश्वासन दिया गया था। विकास मिंज ने स्वास्थ्य विभाग में कम्पयूटर ऑपरेटर के पद भर्ती के नाम पर ग्रामीण से 1 लाख 20 हजार रूपये ले लिये थे। पीड़ित ग्रामीण के मुताबिक पैसे लेने के लिए डॉक्टर खुद उसके घर पहुंचा था।
तभी घर के सदस्यों ने पैसा लेने-देन का वीडियो बना लिया। विकास मिंज को ये कहते हुए साफ सुना जा सकता है कि नहीं होगा न तो पैसा वापस हो जाएगा। उसके साथ एक अन्य व्यक्ति नजर आ रहा है, जो ड्रेसर भगवान दास है। पैसा देने के बाद भी नौकरी नही लगने पर ग्रामीण ने इस मामले की शिकायत करते हुए आरएमए का पैसा लेने का विडियों वायरल कर दिया गया। विडियों सामने आने के बाद स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया। सूरजपुर कलेक्टर संजय अग्रवाल ने मामले पर संज्ञान लेते हुए जांच का आदेश दिया गया।
विडियों वायरल होने के बाद बीएमओं से इस घटना की जानकारी चाही गयी, तो उन्होने स्वास्थ्यगत कारणों से बाहर होने की जानकारी दी। उन्होने बताया कि मोबाइल पर आरएमए से घटना के संबंध में जानकारी ली है। आरएमए विकास मिंज ने पैसे लेने की बात स्वीकार की है। खैर इस पूरे मामले में कलेक्टर ने जहां जांच का आदेश दे दिया है, वही सीएमएचओं ने दोषी ग्रामीण स्वास्थ्य सहायक को निलंबित करने की बात कही जा रही है।