सरगुजा: संभाग की 14 की 14 सीटें कांग्रेस के पास हैं यानी यहां से कांग्रेस के सभी विधानसभा सीटो पर कांग्रेस के विधायक काबिज हैं, बावजूद इसके अब तक कांग्रेस एक भी सीट पर अपने प्रत्याशियों की घोषणा नहीं कर पाई है जिसे लेकर भाजपा अब कांग्रेस पर हमलावर है। इसी तरह भाजपा ने भी अंबिकापुर सीट को होल्ड पर रखा है जिसे लेकर कांग्रेस भी बीजेपी पर पलटवार कर रही है।
भाजपा का आरोप है कि कांग्रेस के विधायकों का परफॉर्मेंस ठीक नहीं और उनके कार्यकर्ता ही विधायकों का विरोध कर रहे हैं यही कारण है कि कांग्रेस विधानसभा में विधायकों के होने के बाद भी प्रत्याशियों की घोषणा नहीं कर पा रही है। वहीं दूसरी तरफ कांग्रेस पितृपक्ष के बाद कांग्रेस के प्रत्याशियों की घोषणा की बात कहते हुए जीत का दावा भी कर रही है।
दरअसल सरगुजा संभाग के राजनीतिक स्थिति पर नजर डालें तो यहां पिछले विधानसभा चुनाव में भाजपा का सूपड़ा साफ हो गया था। ऐसे में माना यह जा रहा था कि कांग्रेस के वर्तमान विधायक ही इस बार भी कांग्रेस के तरफ से दावेदार होंगे। लेकिन कांग्रेस ने विधायक के दावेदारों की सूची मंगाकर अपने लिए ही मुश्किल खड़ी कर ली है। क्योंकि सरगुजा संभाग से करीब 200 से ज्यादा नेताओं ने विधानसभा चुनाव लड़ने अपनी दावेदारी की है।
खास बात यह की विधायकों के होने के बाद भी कांग्रेस नेता अपनी दावेदारी जता रहे हैं, इसे लेकर भाजपा का कहना है कि कांग्रेस के विधायकों का परफॉर्मेंस सही नहीं यही कारण है कि कांग्रेस के नेता ही अपने विधायकों के विरोध में उतर आए हैं। बीजेपी का यह भी आरोप है कि भाजपा के प्रत्याशियों के सामने आने के बाद कांग्रेस डरी हुई है, यही कारण है कि अब तक प्रत्याशियों की घोषणा नहीं की जा सकी है।
दूसरी तरफ कांग्रेस का कहना है कि कांग्रेस ने अपने प्रत्याशियों की सूची बना ली है और बहुत जल्द प्रत्याशियों के नाम पर मोहर लगकर उनकी घोषणा भी कर दी जाएगी। कांग्रेस का कहना है कि भाजपा का वही हश्र होगा जो पिछले विधानसभा चुनाव में हुआ था। कांग्रेस का यह भी कहना है कि लोकतंत्र की खूबसूरती है, जिसमें सभी को दावेदारी करने का हक मिला है, लेकिन कांग्रेस जीतने वाले उम्मीदवार को मैदान में उतारेगी।