छत्तीसगढ़ में गरीबों के हिस्से का राशन विधायक व उनका परिवार कर रहे हजम,जाने पूरा मामला
मनेंद्रगढ़। आपको विश्वास नहीं होगा मगर यह सही है कि विधानसभा से हर महीने पौने दो लाख वेतन और भत्ता उठाने वाले छत्तीसगढ़ के माननीय विधायक जी की पत्नी गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन कर रही हैं…
राशन कार्ड में उनका नाम दर्ज है और वे सरकारी राशन से अपना जीवन यापन कर रही हैं। ये हम नहीं कह रहे हैं, सरकारी रिकार्ड विधायकजी की पत्नी की गरीबी की चुगली कर रहा है। हालांकि, जिले के खाद्य अधिकारी ने इसे इसे गलत करार दिया है मगर विधायक जी कहते हैं, विधायक या उसके परिवार का गरीबी रेखा का राशन कार्ड बना है तो इसमें क्या गलत है?
प्रदेश के विधानसभा क्रमांक-1 भरतपुर सोनहत विधानसभा से कांग्रेस पार्टी के गुलाब कमरो विधायक हैं। हालांकि, वे पहली बार विधायक हैं मगर उन्हें वेतन और भत्ते को मिलाकर हर महीने पूरे पौने दो लाख रुपए मिलते हैं। आश्चर्यजनक पहलू यह है कि उनकी पत्नी लीलावती के नाम पर गरीबी रेखा का राशनकार्ड बना है जिसमें परिवार के सदस्य के तौर पर विधायक गुलाब कमरो का भी नाम है। जाहिर है, छत्तीसगढ़ में गरीबों के हिस्से का राशन विधायक व उनका परिवार हजम कर जा रहा है।
मनेन्द्रगढ़ विकासखंड के साल्ही ग्राम पंचायत के रहने वाले है साल्ही ग्राम पंचायत के गरीबी रेखा राशनकार्ड धारियों में विधायक गुलाब कमरो की पत्नी लीलावती के नाम से भूमिहीन कृषि मजदूर परिवार के तहत नीला राशनकार्ड बना है। विधायक की पत्नी के नाम से बने राशनकार्ड में सम्मलित सदस्यों में विधायक गुलाब कमरो व उनकी दोनों बेटी अंजली व निशा का भी नाम शामिल है।
कृषि परिवार के तौर पर जारी हुआ है, जबकि विधायक गुलाब कमरो के नाम पर ग्राम साल्ही में कृषि भूमि व अन्य भूमि है। जिसका हवाला उन्होंने वर्ष 2018 के विधानसभा चुनाव के शपथपत्र में दिया था। इस मामले में गुलाब कमरो ने मीडिया से विधायक गरीब है और उसके परिवार को राशन कार्ड से सुविधाएं मिल रही तो इसमें क्या गलत है। वहीं, खाद्य अधिकारी का कहना है कि विधायक का गरीबी रेखा से नीचे का कार्ड नहीं बनता, अगर ऐसा हुआ है तो यह गलत है।