रायपुर : पिछले कई सालों से 1000 रुपए मासिक न्यूनतम पेंशन को साढ़े सात हजार रुपए महंगाई भत्ता साथ में देने, विधवा पेंशन को सौ प्रतिशत करने और अन्य मांगों को लेकर, ई पी एस 95 पेंशनर्स, “राष्ट्रीय संघर्ष समिति” के बैनर तले संघर्षरत है।
प्रधानमंत्री मोदी से दो बार, 4 मार्च 2020 और 5 अगस्त 2021 को, केंद्रीय नेतृत्व कमांडर अशोक राउत, राष्ट्रीय अध्यक्ष वीरेन्द्र सिंह राजावत, राष्ट्रीय महासचिव हेमा मालिनी, मथुरा सांसद की अगुवाई में, मिल चुके हैं। लेकिन कोई सकारात्मक परिणाम नहीं निकला है। इसी बीच कई मंत्रियों, सांसदों और अधिकारियों से गुहार लगाई गई है।
उच्चतम न्यायालय के फैसले दिनांक 4 नवंबर 22 के क्रियान्वय में हो रही अकारण विलंब के कारण भी संबंधित सदस्यों में अत्याधिक नाराजगी है। ई पी एफ ओ कार्यालय स्टाफ की कमी का रोना रो रहे हैं।
आज 29 अक्टूबर 2023 को रायपुर में हुए अधिवेशन में फैसला लिया गया कि “राष्ट्रीय संघर्ष समिति” के निर्णयानुसार, छत्तीसगढ़ से भी ज्यादा से ज्यादा पेंशनर्स 7 दिसंबर 23 को दिल्ली रामलीला मैदान में पहुंच कर धरना प्रदर्शन में सम्मिलित होंगे। उद्देश्य है कि लाखों लोग पूरे देश से रामलीला मैदान पहुंचे ताकि सरकार का ध्यान आकर्षित किया जा सके। 8 दिसंबर से जंतर मंतर में प्रस्तावित क्रमिक भूख हड़ताल और अनशन भी अनवरत जारी रहेगा।