कोरबा : दूसरे चरण के चुनाव के दिन जैसे-जैसे करीब आते जा रहे है, ठीक वैसे-वैसे राजनीति गरमाने लगी है। कुछ ऐसा ही नजारा कोरबा विधानसभा में देखने को मिला। यहां कोहड़िया बस्ती में कांग्रेस की सभा से पहले ही स्थानीय लोगों ने मंत्री वापस जाओं के नारे लगाते हुए सड़क पर बैठ गये। पुलिस के हस्तक्षेप के बाद मामला शांत हुआ, जिसके बाद राजस्व मंत्री ने बस्ती में चुनावी बैठक ली। यहां मीडिया ने जब मंत्री जी से भाजपा प्रत्याशी के क्षेत्र में मौजूद भीड़ के संबंध में सवाल किया, तो मंत्रीजी ने तेवर आकर ये कह दिया कि
भारतीय जनता पार्टी का प्रत्याशी हो या फिर किसी भी पार्टी का…..मोहल्ला किसी के बाप का नही होता। राजस्व मंत्री के इस बयान के बाद एक बार फिर क्षेत्र में राजनीति गरमा गयी है। भाजपा के जिलाध्यक्ष ने मंत्री के इस बयान पर आपत्ति जताया है। उन्होने कहा कि मंत्री के मुंह से ऐसे बयान शोभा नही देते। छत्तीसगढ़ में पहले चरण के मतदान होने के बाद अब राजनीतिक दल दूसरे चरण के चुनाव को लेकर ऐढ़ी-चोटी का जोर लगाये हुए है। एक-एक सीट पर राजनीतिक दल और प्रत्याशी मतदाताओं को साधने में जुटे हुए है। कांग्रेस का गढ़ कहे जाने वाले कोरबा विधानसभा सीट में भी इस बार मुकाबला काफी रोचक है।
राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल के खिलाफ यहां से बीजेपी प्रत्याशी लखनलाल देवांगन डोर टू डोर कैंपेनिंग कर अपनी जमीन मजबूत करने में जुटे हुए है। नेता हर एक क्षेत्र में जाकर आम लोगों के साथ बैठक लेकर जनता के मन में अपना विश्वास बनाने की कोशिश कर रहे है। बताया जा रहा है कि बीजेपी प्रत्याशी लखनलाल देवांगन के निवास क्षेत्र कोहड़िया बस्ती में मंगलवार की शाम कांग्रेस ने चुनावी सभा का आयोजन रखा था। मंत्रीजी के पहुंचने से पहले कांग्रेस कार्यकर्ता क्षेत्र में बैठक की तैयारी के लिए पहुंचे ही थे, तभी क्षेत्र के लोगों ने कांग्रेस की इस सभा का विरोध करते हुए मंत्री वापस जाओं के नारे लगाते हुए सड़क पर बैठ गये।
आचार संहिता के दौरान इस तरह के विरोध की जानकारी मिलते ही पुलिस अधिकारी भी मौके पर पहुंच गये। विरोध कर रहे बस्ती के लोगों को समझाईश देकर मामला शांत कराया गया। जिसके बाद जाकर राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल ने कोहड़िया बस्ती में पहुंचकर क्षेत्र के लोगों के साथ सभा कर कांग्रेस पार्टी की नीति और क्षेत्र में हुए विकास कार्यो की जानकारी दी। काफी गहमा-गहमी के बीच हुए इस सभा के बाद राजस्व मंत्री ने मीडिया से बात करते हुए बताया कि क्षेत्र में सभी तरफ पिछले पांच साल में कांग्रेस ने काफी विकास किया है। हर घर में नल का कनेक्शन, राशन कार्ड, सड़क और बिजली का कनेक्शन दिया गया।
वहीं जब मीडिया ने मंत्रीजी से सवाल किया कि भाजपा प्रत्याशी के मोहल्ले में इस तरह से अपार भीड़ को आप किस तरह से देखते है… लेकिन मंत्रीजी सवाल समझ ही नही पाये और तैश में आकर ये कह दिया कि क्षेत्र भाजपा प्रत्याशी हो या कोई भी हो…. मोहल्ला किसी के बाप का नही होता। मंत्री ने आगे कहा कि मैं इस विधानसभा का विधायक मैं हूं और इस विधानसभा के सभी रहवासी मेरे भाई बहन है। खैर चुनावी साल है, तो राजनेताओं की जुबान भी तीखी होती जा रही है। ऐसे में विरोध को लेकर राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल ने जिस तरह से बयान दिया है, उसे लेकर क्षेत्र में एक बार फिर राजनीति गरमाने के साथ ही अब चुनाव प्रचार के दौरान प्रत्याशी का विरोध करने का ट्रेंड भी शुरू हो गया है।
उधर भाजपा जिलाध्यक्ष राजीव सिंह ने मंत्री के इस बयान पर आपत्ति जताया है। उन्होने कहा कि राजस्व मंत्री के मुंह से ऐसे बयान शोभा नही देते। कोहड़िया क्षेत्र में स्थानीय लोगों ने उनके कार्यक्रम का विरोध किया था, जिसकी खींज में उन्होने ऐसा बयान दिया है। तीन बार के विधायक और सरकार में मंत्री रहने के बाद भी ऐसी भाषा का प्रयोग राजस्व मंत्री को शोभा नही देती है। कोरबा में आगामी 17 नवंबर को मतदान होना है। ऐसे में मतदान में अब महज सप्ताह भर का ही वक्त शेष रह गया है। ऐेसे में राजनीतिक लड़ाई और जुबानी जंग के बीच जनता किसे जीत का ताज पहनाती है, ये तो आने वाला वक्त ही बतायेगा।